नई दिल्ली: देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण ने तेज़ रफ़्तार पकड़ ली है, जिससे देश के 5 राज्यों में सबसे ज्यादा संक्रमितों की संख्या में उछाल आया है। कोरोना के शुरुआती दौर यानि की पिछले साल भी जब देश में कोरोना के सबसे ज़्यादा मरीज दिल्ली और महाराष्ट्र जैसे महानगरों से सामने आई थी, लेकिन कुछ समय के लिए ऐसा लग रहा था मानों कोरोना बिलकुल खत्म हो गया है और सभी देशों में वैक्सीन के खोज के बाद स्थिति सामान्य नजर आ रही थी लेकिन इस साल की शुरुआत से एक बार फिर कोरोना मरीजों के आकड़े बढ़ते जा रहे है और फिर बनती ऐसी स्थिति ने सबको चिंता में डाल दिया है।
बता दें कि देश के कई राज्यों में बढ़ते कोरोना संक्रमण काफी तेज़ी से बढ़ रहा है। जिसमे महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण का सबसे ज्यादा 16 फीसदी पॉजिटिविटी रेट रिकॉर्ड किया गया है, इसके अलावा अन्य 4 राज्यों में भी दिल्ली, मुंबई के मुकाबले में कई गुना इजाफ़ा हुआ है।
दिल्ली में बढ़ते कोरोना संक्रमितों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि-“राजधानी में भले ही 1 फीसदी से नीचे कोरोना संक्रमण का पॉजिटिविटी रेट रिकॉर्ड किया गया है, फिर भी दिल्ली को कोरोना संक्रमण को लेकर ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है।” साथ ही उन्होंने कहा कि ‘कोरोना के बढ़ते संक्रमितों की संख्या के पीछे एक बड़ी वजह यह भी है कि दिल्ली देश की राजधानी है, इसलिए लोगों का यहां पर हर रोज आना जाना बड़ी संख्या में लगा रहता है, ऐसे भी केस हैं जो लोग बाहर से दिल्ली आते हैं, वह यहां पर संक्रमित हो जाते हैं।”
दिल्ली है सतर्क-
दिल्ली में बढ़ते कोरोना के बावजूद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि-“दिल्ली में चिंता की बात नहीं है, हम इसको लेकर पूरी तरीके से सतर्क हैं, साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना लौट-लौटकर आने वाला है, इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी मास्क का पहनना है, और वैक्सीन लगवाने के साथ सोशल डिस्टन्सिंग को भी फॉलो करने की अपील की है।”