इंदौर जिले में कोरोना संक्रमण को देखते हुये नागरिकों को सलाह दी गई है कि, वे सर्दी, खांसी, बुखार, सांस लेने में दिक्कत आदि लक्षण होने पर तुरंत फीवर क्लीनिक पहुंचकर चिकित्सक को दिखायें। आवश्यक होने पर कोरोना की जॉच करवायें। कोरोना के संबंध में विलंब जानलेवा हो सकता है। नागरिकों से यह आग्रह किया गया है कि वे मॉस्क पहने, सेनेटाईजर का उपयोग करें, सोशल डिस्टेसिंग अपनायें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार नागरिकों को सतर्क और सजग रहने की सलाह दी जा रही है। कहा गया है कि आमजन को अत्यधिक सतर्कता और सजगता के साथ सामाजिक दूरी, मास्क तथा सेनेटाईजर (S.M.S.) का प्रयोग करते हुए अपने आप का बचाव करना है, जब तक जरूरी न हो घर से बाहर न निकलें।
प्रायः यह देखा जाता है, कि लक्षण दिखाई देने पर स्वयं इलाज करने की प्रवृत्ति घातक है। ऐसे लोग जो सर्दी-खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, मधुमेह, उच्च रक्तचाप गंभीर श्वसन तंत्र की बीमारी (COPD), गर्भवती महिलाएं, अस्थमा, हृदयरोगी, टी.बी., कैंसर, किडनी से संबंधित बीमारी होने पर उच्च जोखिम की संभावना अत्यधिक होती है। लक्षण प्रकट होने पर बिना किसी डर के तुरंत फीवर क्लीनिक में चिकित्सक से अपना परीक्षण अवश्य करवाएं, विलंब के कारण स्थिति जटिल होती जाती है और कई बार यह व्यक्ति की मृत्यु का कारण बनती। प्रारंभिक लक्षण दिखते ही बुजुर्ग एवं उच्च जोखिम वाले व्यक्ति तुरंत चिन्हित फीवर क्लीनिक में अपना इलाज करवाएं, यह त्वरित निर्णय उनकी जान के जोखिम को कम करता है और कई बार यह जीवनदायक होता है।
आमजन से अनुरोध किया गया है कि कोविड के प्रारंभिक लक्षण जैसे सर्दी-खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ होने पर फीवर क्लीनिक में अपनी जॉच तुरंत करवाएं, स्वयं इलाज न करें, ऐसी स्थिति में कई बार जान का जोखिम होता है। कोरोना के भय दूर करते हुए शासकीय वेबसाइट पर ‘सहयोग से सुरक्षा अभियान http://www.nhmmp.gov.in/SahyogSeHiSurakshaAbhiyan.aspx के अतंर्गत कोरोना संबंधित विभिन्न जानकारियां भी प्राप्त की जा सकती हैं।