उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को हाथरस में हुई भीषण भगदड़ की न्यायिक जांच की घोषणा की, जिसमें एक दिन पहले 121 श्रद्धालुओं की जान गई है। वे यूपी, हरियाणा, एमपी और राजस्थान से थे। 121 मृतकों में से 6 अन्य राज्यों से थे बाकि घायलों का इलाज चल रहा है और लगभग सभी खतरे से बाहर हैं।
मुख्यमंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि ‘हमने एडीजी आगरा के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया है। इसने एक प्रारंभिक रिपोर्ट प्रस्तुत की है। उन्हें इसकी गहराई से जांच करने के लिए कहा गया है। ऐसे कई कोण हैं जिनकी जांच करने की आवश्यकता है। आदित्यनाथ ने कहा, “राज्य सरकार ने एक न्यायिक जांच कराने का फैसला किया है, जिसका नेतृत्व एक सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के न्यायाधीश करेंगे। प्रशासन और पुलिस के सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी भी इसका हिस्सा होंगे।’
मुख्यमंत्री ने अस्पताल का दौरा किया और घटना के पीड़ितों से मुलाकात की, मैंने कई प्रत्यक्षदर्शियों से बातचीत की और उन्होंने मुझे बताया कि यह घटना कार्यक्रम समाप्त होने के बाद हुई, सिकंदराराऊ पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी में ‘मुख्य सेवादार’ देवप्रकाश मधुकर और अन्य आयोजकों का नाम दर्ज किया गया है। सीएम ने खुद घटना स्थल का जायजा लिया है। योगी ने कहा हमारे मंत्री कल हथरस में कैंप कर रहे थे। जहां पुलिस व प्रशासन अधिकरी भी मौजुद थे। इस घटना कि जांच कि जाएगी और आगे कि कार्यवाही को जारी किया जायेगा।