हाथरस में हुए 19 वर्षीय पीड़िता के सामूहिक बलात्कार की घटना दिल को झकझोर कर देती है। ऐसे में इस घटना को लेकर एक और चौका देने वाली खबर सामने आ रही है। जी हां आपको बता दें कि पीड़िता के दम तोड़ने के बाद परिवार की गैरमौजूदगी में ही यूपी पुलिस के द्वारा आधी रात में पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
युपी पुलिस की इस कायराना हरकत से नाराज कांग्रेस ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है- निर्दयता की हद है ये। जिस समय सरकार को संवेदनशील होना चाहिए उस समय सरकार ने निर्दयता की सारी सीमाएं तोड़ दी।’ आम आदमी पार्टी ने भी अंतिम संस्कार का वीडियो अपने फेसबुक पेज पर डाला है।
#Hathras victim burnt against her family’s will. Police locked family members & locals inside the house & forcibly burnt the body. Family couldn’t even see their daughter for one last time.
If torture done to the girl was horrific. This is beyond humanity. We’re finished pic.twitter.com/WkBiyHWLbF
— Tanushree Pandey (@TanushreePande) September 29, 2020
जानकारी के लिए आपको बात दे कि कल उत्तर प्रदेश के हाथरस की गैंगरेप पीड़िता आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई है। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता की मौत हो गई है। चंदपा थाना क्षेत्र की रहने वाली दलित युवती के साथ 14 सितंबर को गैंगरेप की घटना हुई थी। गैंगरेप कर हैवानों ने उसकी जीभ काट दी थी।
इसके बाद गंभीर रूप से घायल पीड़िता को पहले अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था। बाद में उनकी गंभीर हालत को देखते हुए दिल्ली सफदरजंग अस्पताल में रेफर कर दिया गया था।
परिवार से मिली जानकारी के अनुसार, युवती का शव शाम तक गांव लाया जाएगा। उसके बाद उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा। 19 वर्षीय युवती के साथ ये घटना उस समय हुई जब वह पशुओं को चारा डालने अपनी मां के साथ खेत में गई थी। आरोप है कि गांव के ही चार दरिदों ने उसे एक खेत में खींचकर गैंग रेप का शिकार बना डाला और हमला करके उसे जान से मरने की कोशिश की गई।
इस वारदात से आक्रोशित दलित समाज के लोगों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया था। पुलिस ने एक-एक करके वारदात के सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इलाके के थानेदार को लाइन हाजिर कर दिया गया है। रविवार को भीम आर्मी व आजाद समाज पार्टी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद पीड़िता से मिलने अलीगढ़ आए थे।