हरदा में भीषण आग को लेकर अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। पुलिस और NDRF की टीमें लगातार फैक्ट्री के मलबे को हटा रही है। इसी बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी आज हरदा पहुँच चुके है। इस दौरान उन्होंने भीषण आग में झुलसे मरीज़ों और उनके परिजनों से मुलाकात भी की। इस वक़्त उनके साथ पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और पीसी शर्मा भी मौजूद थे।
जीतू पटवारी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मृतकों के परिजन को एक-एक करोड़ रुपए सहायता राशि देने की मांग सरकार से की है। इस दौरान उन्होंने घटनास्थल का दौरा किया और बीजेपी को घटना के लिए दोषी ठहराया है। उन्होंने कहा कि हमने बात करने की कोशिश की तो एसडीएम यहां से भाग गए। जहां रेस्क्यू चल रहा है वहां से एसपी और कलेक्टर गायब हो गए। क्या मैसेज है ये? अपराध को छिपाना। भयावह निंदनीय कृत्य, घृणित अपराध कैसे होते हैं मप्र में फिर से देखिए। ये सरकारी हत्याएं नहीं हैं तो और क्या है? पेटलावद में भी ऐसा हुआ था।
हरदा में हुए हादसे को लेकर कांग्रेस नेता अरुण यादव ने कहा की हरदा पटाखा फैक्ट्री का मालिक भाजपा नेता है, इनकी ब्लैक लिस्टेड फैक्ट्री एक बड़े कद्दावर नेता के संरक्षण में चल रही थी, फैक्ट्री में विगत वर्षों में 2 बार विस्फोट पहले भी हो चुका है, जिसमें 6 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। सरकार ने इन घटनाओं से क्यों कुछ नहीं सीखा?
आपको बता दें कि कल मध्य प्रदेश के हरदा शहर से एक दर्दनाक खबर सामने आयी थी। हरदा की पटाखा फैक्ट्री में आग की वजह से करीब 11 मौत और 200 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर सामने आयी है। इस हादसे में फैक्ट्री के आस-पास के कई घरों और मकानों में आग लगने की खबर है। गंभीर घायलों को इंदौर और भोपाल के अस्पतालों में रैफर किया गया है।