हरदा हादसा : ग्रामीणों में आक्रोश, अग्रवाल की दूसरी फैक्ट्री में भी खुले में बिखरा मिला बारूद

Deepak Meena
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हरदा : मध्यप्रदेश के हरदा में मंगलवार को एक पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट और आगजनी में 11 लोगों की मौत हो गई थी और 174 लोग घायल हैं, जिनमें से 34 को भोपाल और होशंगाबाद रेफर किया गया है। बता दें कि, हरदा हादसे के बाद राजनीति भी गरमा गई है विपक्ष ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला है।

इतना ही नहीं पीसीसी चीफ जीतू पटवारी भी हरदा पहुंचे और अस्पताल जाकर घायलों का हालचाल जाना। बता दें कि, जिस फैक्ट्री में विस्फोट हुआ, उससे तीन किलोमीटर दूर रेहटा खुर्द पर एक और फैक्ट्री मौजूद है। फैक्ट्री में बारूद और कच्चा माल खुले में पड़ा है, जिसके भी वीडियो और फोटो सामने आए है।

हादसे के बाद अब ग्रामीणों ने इस फैक्ट्री को भी बंद कराने की मांग की है, जिसको लेकर ग्रामीणों ने रेहटा खुर्द फैक्ट्री के सामने चक्काजाम किया। लेकिन अफसरों ने ग्रामीणों को समझाया और चक्काजाम समाप्त कराया। ग्रामीणों में अपनों को खोने का गम और आक्रोश है। उन्होंने उस फैक्ट्री को बंद कराने की मांग की है, जिसमें विस्फोट हुआ था। ग्रामीणों ने कहा कि यह फैक्ट्री अवैध थी और सुरक्षा मानकों का पालन नहीं करती थी।

राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप:

वहीं इस मामले में क्षेत्रीय विधायक आरके दोगने ने कहा कि पूर्व मंत्री कमल पटेल पटाखा फैक्ट्री मालिक से चंदा लेते थे। उन्होंने कहा कि कमल पटेल के दबाव में ही अफसरों ने फैक्ट्री को बंद नहीं किया था। कमल पटेल ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है।