राइफल के साथ फोटो खिचवाना पड़ा भारी, गई मासूम की जान

Akanksha
Published on:

नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के ऊना में धोके-धोके में एक बड़ी घटना को अंजाम मिल गया। दरअसल, यहां पितृ पूजन को आए एक श्रद्धालु परिवार के 7 साल के बेटे की गोली लगने से मौत हो गई। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया है और वारदात में प्रयोग हुई राइफल को भी अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस का कहना है कि, राइफल के साथ फोटो खिंचवाने के चक्कर में किसी से गलती से गोली चली थी। हालांकि अभी तक यह पता नहीं चला है कि गोली किसने चलाई थी लेकिन पुलिस सारे मामले की जांच में जुट गई है।

ALSO READ: Dengue Fever Explanation: डेंगू बुखार को नजर अंदाज़ ना करें, जानें उसके बारे में सब कुछ

गौरतलब है कि, खतरनाक हथियारों के साथ फोटो खिंचवाने का शौक एक परिवार को इस कदर भारी पड़ा कि परिवार ने अपने घर के चिराग को ही खोना पड़ा। आपको बता दें कि, मासूम की उम्र महज 7 साल थी उसने खुली आंखो से पूरी दुनिया भी नहीं देखी थी कि उसके साथ इतनी बड़ी दुर्घटना हो गई।दरअसल, हुआ यूं कि पंजाब के आनंदपुर साहिब क्षेत्र के गांव में श्रद्धालुओं का एक जत्था हिमाचल प्रदेश के ऊना के अम्ब में पितृ पूजन के लिए गया हुआ था जहां पितृ पूजन से पूर्व इस जत्थे के लोग पूजा स्थल की साफ सफाई में जुट गए।

कुछ ही देर बाद गोली चलने की आवाज से सभी सकते में आ गए। आवाज सुनकर जब सभी उस दिशा में भागे तो उन्हें 7 साल के इस मासूम के सीने में गोली लगने का निशान दिखाई दिया जिसके बाद उसे पास के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहां पहुंचने से पहले ही उस मासूम की मौत हो गई थी।

पुलिस के मुताबिक, फोटो खिंचवाते समय ही लगभग 20 साल के एक युवक से गलती से राइफल का घोड़ा दब गया और गोली जाकर सीधे 7 साल के इस मासूम के सीने में जा लगी, जिसके कारण मासूम की दर्दनाक मौत हो गई। साथ ही एएसपी प्रवीण दीवान ने बताया क‍ि हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि गोली वास्तव में किससे चली थी ? लेकिन पुलिस हिरासत में लिए गए दो लोगों से पूछताछ में जुटी हुई है और उम्मीद है कि जल्द ही पुलिस गिरफ्त में दोषी व्यक्ति होगा।