इलेक्टोरल बॉन्ड न होता तो पैसे का स्रोत पता ही नहीं चलता: PM मोदी

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पीएम नरेंद्र मोदी ने Exclusive इंटरव्यू में 2047 के भारत की रूपरेखा बताई. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरा लक्ष्य 2024 नहीं बल्कि 2047 है. गति भी बढ़ानी है और स्केल भी बढ़ाना है. देश के सामने एक अवसर है. एक कांग्रेस सरकार का मॉडल और एक बीजेपी सरकार का मॉडल, उनका 5-6 दशक का काम और मेरा सिर्फ 10 साल का काम देखिए. किसी भी क्षेत्र में तुलना कीजिए, अगर कमी रही होगी तो हमारे प्रयास में कमी नहीं रही होगी. हमने दो साल तक कोविड से लड़ाई लड़ी, फिर भी चाहे स्पीड कहिए, स्केल कहिए.. सर्वांगीण विकास कहिए हर पैमाने पर हम खरे उतरे.

पीएम मोदी का इंटरव्यू के बड़े अपडेट

  • पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन हमारा संकल्प है, कमेटी के पास अच्छे सुझाव आए हैं, अगर हम इसे लागू करा पाते हैं तो देश का बहुत बड़ा लाभ होगा. पीएम मोदी ने कहा कि गर्मी बहुत हैं, मैं सभी पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील करूंगा कि खूद दौड़े, खूब काम करें, लेकिन खूब पानी भी पिएं. मैं सभी मतदाताओं से अपील करूंगा कि गर्मी चाहे जितनी हो, मतदाता अपने मताधिकार का प्रयाेग जरूर करें.
  • पीएम नरेंद्र मोदी ने युवाओं और टैक्स पेयर को संदेश देते हुए कहा कि आज का जो फर्स्टटाइम वोटर है 2047 तक वह सबसे बड़ा लाभार्थी बनने वाला है. मैंने उनका भविष्य बना रहा हूं तो उन्हें भी हमारे साथ जुड़ना चाहिए. हमारे देश में डेटा सस्ता है, इसका सीधा सा मतलब है कि देश में डिजिटल रिवॉल्यूशन आ गया है. अभी गेमिंग वाले बच्चों से बात की, उन्होंने बताया कि विदेशों में जाते हैं वहां पर डेटा बहुत महंगा है, हमारे देश में डेटा सस्ता से इससे बहुत लाभ हो रहे हैं.
  • पीएम मोदी ने टैक्स पेयर के लिए कहा कि ऐसे लोगों का सम्मान होना चाहिए. मैं टैक्स पेयर की बात करूं तो पिछले 10 वर्ष में आईटीआर फाइल करने वालों की संख्या देागुने से अधिक हो गई. पहले चार करोड़ लोग आईटीआर फाइल करते थे, अब आठ करोड़ से ज्यादा लोग आईटीआर फाइल कर रहे हैं, टैक्स कलेक्शन में तीन गुना बढ़ोतरी हुई है. आज टैक्स कलेक्शन 34 लाख करोड़ रुपये हो रहा है. सात लाख रुपये तक इनकम पर हमने टैक्स माफ कर दिया है. फिर भी मेरे यहां टैक्स बढ़ रहा है. मैं हर टैक्स पेयर का आभार व्यक्त कर रहा हूं, देश का सपना कर दाताओं के पैसे से ही पूरा हो रहा है. मैं चाहता हूं कि देश में करदाताओं की संख्या बढ़े और उन पर कोई अतिरिक्त बोझ न पड़े. पीएम मोदी ने कहा कि हर टैक्स पेयर ऐसे तीन लोगों को प्रेरित करे तो टैक्स नहीं देते हैं.
  • पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं चाहता हूं कि भारत में निवेश आना चाहिए, पैसा किसी का भी लगे, पसीना मेरे देश का लगना चाहिए. इसके लिए मैं गूगल, सैमसंग, एपल, एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंंग, सेमीकंडक्टर के क्षेत्र समेत हर क्षेत्र में हम आगे बढ़ रहे हैं. हम चाहते हैं कि हमारे देश के युवाओं को रोजगार मिले, हम ये नहीं चाहते कि मेरे देश का गेहूं बाहर जाए और ब्रेड हम बाहर से मंगाए. हम जो भी करेंगे अपने देश और यहां के युवाओं के लिए करेंगे.
  • पीएम नरेंद्र मोदी ने एलन मस्क के भारत दौरे, टेस्ला की स्थापना के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि एलन मस्क पीएम मोदी के प्रशंसक हैं वह अपनी जगह पर है, मूलत: वह भारत के प्रशंसक हैं. मैं पहली बार एलन मस्क से नहीं मिला. मैंने 2015 में उनकी फैक्ट्री में गया था, वह कहीं बाहर थे, लेकिन सारा कार्यक्रम निरस्त कर भारत आए. मुझे खुद सब दिखाया. अब वह भारत आने वाले हैं. भारत में पिछले 10 साल में दुनिया भर से निवेश हो रहा है. हमारा इलेक्ट्रिकल व्हीकल मार्केट लगातार बढ़ रहा है. हमारे देश में 2014 -15 में दो हजार इलेक्ट्रिकल व्हीकल बिके थे. 2023-24 में 12 लाख EV बिके हैं.
  • विपक्षी पार्टियों को जेल भेजने के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे कितने लोग जेल में हैं. सिर्फ तीन प्रतिशत राजनीतिक दलों के लोगों पर कार्रवाई हुई. अब क्या इन आरोपों के चलते ईडी को काम नहीं करने दिया जाए. मेरे कार्यकाल में गलत काम करने वाले लोगों की लाखों करोड़ों की संपत्ति अटैक हुई है, ये क्या जनता का पैसा नहीं है क्या? पिछले दस साल में हमने 2200 करोड़ रुपया कैश जब्त किया है, जबकि इससे पहले की सरकार ने सिर्फ 34 लाख रुपये कैश जब्त किया था. यानी सीधा सा मतलब है कि ईडी सही काम कर रही हैं. मेरा कमिटमेंट है कि भ्रष्टाचार ने देश को तबाह कर रखा है. हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़नी चाहिए.
  • केंद्रीय एजेंसियों पर सरकार के नियंत्रण पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि ED CBI का एक भी कानून हमारी सरकार ने नहीं बनाया. हमने तो चुनाव आयोग में भी सुधार किया. पहले तो प्रधानमंत्री एक फाइल पर साइन कर देते थे और चुनाव आयेाग बन जाता था, अब हम विपक्ष के भी एक नेता तो रखते हैं. उनके समय तो ऐसे चुनाव आयुक्त होते थे जो उनकी पार्टी से राज्यसभा सदस्य तक बने. ये हार के बहाने ढूंढते हैं. कभी ईवीएम की बात करेंगे भी चुनाव आयेाग की.
  • इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर लग रहे आरोंपों पर पीएम मोदी ने कहा कि देश में काले धन का मुद्दा लंबे समय से चल रहा है. सब पार्टियां इस पर बात करती हैं, पार्टियों के लिए पैसे लोगों से लेने पड़ते हैं, ऐसे में मेरे मन में विचार आया कि कैसे ऐसा काम किया जाए, जिससे काले धन से मुक्ति मिले. जब हम इलेक्टोरल बॉन्ड आया था तो सभी ने तारीफ की थी, अब ऐसा कर रहे हैं. पहले हमने हजार दो हजार के नोट खत्म किए, क्योंकि हमें काला धन खत्म करना था. इसलिए हमने पहले 20 हजार रुपये नकद की सीमा को ढाई हजार किया. अब आया चेक से पैसे लेने का सवाल, तो व्यापारियों ने कहा कि भाई अगर हम ऐसे विपक्ष को पैसे देंगे तो सरकार को पता चल जाएगा. ये बीजेपी ने खुद झेला भी है, क्योंकि हमारा नियम था हम चेक से पैसे लेते थे. इन सब समस्याओं से मुक्ति के लिए इलेक्टोरल बॉन्ड लाया गया था, ताकि मनी ट्रेल का पता चल सके. इसीलिए मैं कहता हूं कि जो इस पर सवाल उठा रहे हैं वे पछताएंगे.
  • पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरुआत में भारतीयों को निकालने के लिए किए गए प्रयास के बारे में बताया कि सिर्फ रूस यूक्रेन ही नहीं बल्कि ऐसा कई बार किया. जब यमन मेंं भारतीय फंसे तो हमने सऊदी से बात की कि आप बम बारी कर रहे हैं हम कैसे भारतीय निकालें, तब उन्होंने कहा कि समय दीजिए हम कुछ करते हैं. हर दिन कुछ देर के लिए बमबारी रोकी जाती थी और हम भारतीयों को निकालते थे, हमने 5 हजार लोगों को निकाला था. हमारा रूस और यूक्रेन दोनों देशों से घनिष्ठ नाता है. मैंने दोनों राष्ट्रपतियों से बात की और भारतीयों को निकाला, भारत के तिरंगे ताकत ऐसी थी कि अगर विदेशी लोग भी तिरंगा पकड़े होते थे तो उन्हें जाने दिया जाता था.
  • हमारी प्राथमिकता नेबर फर्स्ट है, हमारा कोई पड़ोसी ऐसा नहीं है जिसकी हमें मदद नहीं की, नेपाल में भूकंप आया तो हमने सबसे पहले मदद भेजी, श्रीलंका में आपदा आई तो हमनें मदद की. श्रीलंका सार्वजनिक तौर पर इसे मानता भी हैं, वह हमसे अपेक्षाएं करते हैं, हमें अच्छे रूप में देखते हैं. हम भी अपने सभी पड़ोसियों को अच्छे तौर पर दिखते हैं. पाकिस्तान के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि उनकी अंदरुनी राजनीति की वजह से उनका व्यवहार खराब है.
  • पीएम मोदी ने डिप्लोमेसी पर कहा कि अगर हमारी डिप्लोमेसी प्रोटोकॉल में फंसी रहेगी तो हम फंसे रहेंगे. प्रोटोकॉल की एक लंबी प्रक्रिया है, मैंने शुरू से देखा, जब पहली बार मैं पीएम बना तो मेरे मन में विचार आया कि शार्क देशों को बुलाया जाए. इसका सीधा सा उद्देश्य वो आरोप था जिसे लेकर मेरा मजाक उड़ाया जाता था कि ये तो राज्य से आया है विदेश नीति क्या समझेगा. इसीलिए मैंने शार्क देशों को बुलाया. मैंने शपथ ग्रहण की, विदेश मंत्री तब बने भी नहीं थे, मैं सारी चीजें से अनभिज्ञ था. इसीलिए जब मैं हैदराबाद हाउस में गया तो मुझे प्रोटोकॉल बताया गया कि ऐसे आएंगे हाथ मिलाएंगे, तो मैंने उनसे कहा कि नहीं, मैं गेट पर उन्हें लेने जाऊंगा. इस पर सारे प्रोटेकॉल बारे हिल गए थे कि अरे पीएम गेट पर लेने जाएंगे. मेरे उस एक्शन ने मेरे लिए सारे दरवाजे खोज दिए थे. इसीलिए मैंन प्रोटोकॉल को परफॉर्मेंस में बदलकर डिप्लोमेसी करता हूं.
  • पीएम मोदी ने बाइडेन और सऊदी प्रिंस के हैंडसेक वाली तस्वीर पर कहा कि जब आप ग्लोबल गुड के लिए काम करते हैं तो लेाग आपकी बात सुनते हैं. मैंने सभी से व्यक्तिगत तौर पर सबसे बात की, मैंने सोच रखा था कि मुझे अंतिम सेशन तक नहीं जाना है, ये मेरी स्ट्रेटजी थी और मैं इसमें सफल रहा. इतने देशों को एक मंच पर लाने की बात पर पीएम मोदी ने कहा कि हमारे साथ सारे देश थे, बाइडेन और सऊदी किंग से मेरी मित्रता हैं तो मैं किसी का भी हाथ पकड़ सकता हूं, किसी को भी साथ ला सकता हूं.
  • पीएम मोदी ने गैर भाजपा सरकारों के मुख्यमंत्रियों के केंद्र से सहयोग न मिलने के आरोप पर कहा कि मैं देश का पहला ऐसा पीएम हूं, जो लंबे समय तक राज्य का सीएम रहा है. मैंने सीएम रहते हुए केंद्र से क्या दिक्कतें होती हैं, क्या परेशानियां होती हैं ये सब मैंने झेला है, इसीलिए मैं कभी नहीं चाहता कि किसी भी राज्य का सीएम कोई रुकावटें झेले. मुझे पूरे देश का विकास करना है. मैंने हमेशा कहा है कि अगर देश को आगे ले जाना है तो राज्यों के बीच स्पर्धा होनी चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि मैं G20 दिल्ली में कर सकता था, लेकिन मैंने भारत के सभी राज्यों में इसका आयोजन किया, क्योंकि मैं चाहता कि देश का हर कोने में यह आयोजन हो.
  • पीएम मोदी ने उत्तर और दक्षिण भारत के सवाल पर कहा कि भारत की शक्ति विविधता है, हमें इसे सेलिब्रेट करना चाहिए. भारत का गुलदस्ता ऐसा है, जिसमें हर एक का फूल दिखाई देना चाहिए. विपक्ष के संविधान बदलने के आरोप पर पीएम मोदी ने कहा कि वह लोग ऐसे व्यक्ति पर सवाल उठा रहे हैं जो पहली बार यूएन जाकर तमिल भाषा को सलाम करता हो. यह तो मेरे अलग-अलग राज्यों के कपड़ों का मजाक उड़ाते हैं. मैं तो कहता हूं कि आप मातृभाषा बोलिए. मैंने गेमिंंग वाले बच्चों से भी बात की और उन्हें ये संदेश दिया कि आज से आप जब भी हस्ताक्षर करें तो मातृभाषा में करें.
  • कांग्रेस जिससे गांधी जी का नाम जोड़ा गया था. इंदिरा जी रुद्राक्ष की माला पहनकर घूमती थी, कांग्रेस से ये पूछना चाहिए कि सनातन के खिलाफ जहर उगलने वालों के साथ तुम क्यों बैठे हो, डीएमके का तो जन्म इस नफरत से हुआ होगा. अब लोग ये नफरत भी स्वीकार नहीं कर रहे हैं, इसीलिए वह तरीके बदल रहे हैं. प्रश्न उनसे नहीं प्रश्न कांग्रेस से कि उन्होंने अपना क्या मूल करैक्टर गंवा दिया है. संविधान में जो चारों तरफ सनातन के चिह्रन भी बने है. अब कांग्रेस को क्या हो गया?
  • साउथ पर पीएम मोदी ने कहा कि तमिलनाडु में भाजपा की 5 पीढ़िया खप चुकी हैं. कांग्रेस ने वहां कुछ नहीं किया. अब तमिल लोग देख रहे हैं कि अन्य प्रदेशों में तो अच्छा काम हो रहा है. जब तमिल के लोग काशी संगम कार्यक्रम में आए तो उनकी सोच का तरीका बदला. इसीलिए लोगों में डीएमके के प्रति गुस्सा पैदा हुआ है. वह गुस्सा बीजेपी के प्रति डायवर्ट हो रहा है पॉजिटिव तौर पर. अन्नमलाई यंग है एनर्जेटिक है. IPS का करियर छोड़कर आए हैं. लोग खुद सोचते हैं कि इतना बड़ा करियर छोड़कर कोई आया और भाजपा से जुड़ा इसका मतलब बीजेपी में कुछ तो है. हमारी पार्टी परिवारवादी नहीं है, इसीलिए हम हर कार्यकर्ता को मौका देते हैं.
  • पीएम मोदी ने कहा कि मैं मणिपुर जाऊं वहां के लोग वहां के कपड़े पहना दें तो ये मजाक बनाते हैं, तमिलनाडु जाएं तो ये मजाक बनाते हैं, इतनी नफरत कहां से आई, इनका काम विरोध करना और मजाक उड़ाना है. लोकतंत्र के लिए ये ठीक नहीं. हमारे लिए राम मंदिर आस्था का प्रतीक है. जब मुझे प्राण प्रतिष्ठा के लिए बुलाया गया तो मैंने कुछ लोगों से पूछा कि मैं ये काम मैं राम भक्त के तौर पर करना चाहता हूं. मैंने कुछ अध्ययन भी किया. इसके बाद मैंने 11 दिन का अनुष्ठान किया, जमीन पर सोया, प्रभु राम मंदिर जहां-जहां गए थे, मैं वहां गया. मैंने कम्ब रामायण का पाठ किया. मेरे लिए ये कोई इवेंट नहीं था, आस्था का विषय था. इस मंदिर के पीछे 500 साल का एक निष्ठ संघर्ष, लाखों लोगों का बलिदान, लंबी न्यायिक प्रक्रिया, ASI की खुदाई, हिंंदुस्तान के लोगों का धन, जिन्होंने अपने पैसे से इस मंदिर को बनवाया है, ये सरकारी खजाने से नहीं बना.
  • राम मंदिर पर पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष ने इसे राजनीति का मुद्दा बनाया. क्योंकि विपक्ष ने इसे वोट बैंक की राजनीति करने का हथियार बनाया. ये भी कोशिश की गई कि फैसला अभी न आ पाए. मगर न्यायिक प्रक्रिया में वो जीत नहीं सके. राम मंदिर बन गया, कुछ नहीं हुआ, कहीं आग नहीं लगी. सोमनाथ मंदिर से लेकर अब तक की घटनाएं देखिए, वहां डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी को जाना था, कोई विवाद नहीं था, लेकिन नहीं जाने दिया गया. प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिला और उसे ठुकरा दिया. सोचिए जिन्होंने राम मंदिर बनाया वो आपके सारे पाप भूलकर आपके यहां जाकर आपको निमंत्रण देते हैं और आप उसे ठुकरा देते हैं तो सोचिए कि वोट बैंक के लिए क्या कर सकते हैं.
  • पीएम मोदी ने मोदी की गारंटी पर कहा कि कुछ नेता आजकल कह रहे हैं कि मैं एक झटके में गरीबी हटा दूंगा, तो मुझे लगता है कि ये क्या कह रहे हैं. मैं मानता हूं कि नेताओं को जिम्मेदारी लेनी चाहिए कि वो जो बोल रहे हैं वो करेंगे. मैं जो कहता हूं वह करता हूं, इसीलिए मेरी बात पर लोगों का भरोसा है. मैंने कहा कि 370 हटाऊंगा, पार्टी का ये वादा था, सब पक्के मन से लगे हुए थे, मुझे मौका मिला, मैंने हिम्मत दिखाई और कर दिया.
  • पीएम मोदी ने कहा कि मैं दो साल पहले से 2047 के विजन के बारे में काम कर रहा था, मैंने देश भर से लोगों से सुझाव मांगे कि वह आने वाले 25 सालों में देश को कैसा देखना चाहते हैं, 15 से 20 लाख लोगों ने इनपुट दिया. AI की मदद से इस पर काम किया, हर विभाग में अफसरों की एक टीम बनाई और मैंने उनके साथ प्रजेंटेशन देखे. मैं इसके बारे में नहीं बताना चाहता क्योंकि आचार संहिता चल रही है. ये जो मैंने विजन बनाया है, ये मेरी बापौती नहीं, 15 से 20 लाख लोगों का विजन है. इसे मैंने डॉक्यूमेंट के तौर पर तैयार करा लिया है. चुनाव के बाद इसे सभी स्टेट में भेज दिया जाएगा. फिर मैं नीति आयोग के साथ बैठक करूंगा. पीएम मोदी ने कहा कि 2019 में भी मैंने 100 दिन का काम लेकर चुनाव में गया था, आर्टिकल 370, तीन तलाक समेत कई काम मैंने कर दिए थे, मैं पहले से ही प्लानिंंग करके चलता हूं कि सरकार में आने के अगले 100 दिन क्या काम करना है.
  • पीएम नरेंद्र मोदी ने 2047 तक के विजन के बारे में बताया कि,”मेरे पास बड़ी योजनाएं हैं…किसी को डरने की जरूरत नहीं है. मेरे फैसले किसी को डराने या किसी को कमतर करने के लिए नहीं होते हैं. वे देश के समग्र विकास के लिए बनाए जाते हैं” पीएम ने कहा कि मेरे फैसले देश के सर्वांगीण विकास के लिए हैं. मैं नहीं मानता कि मैंने सब कुछ कर लिया, मैंने ज्यादा से ज्यादा करने का प्रयास किया, बहुत कुछ किया, लेकिन अभी बहुत कुछ करना बाकी है.
  • जब देशवासी देश चलाने की जिम्मेदारी देते हैं तो सिर्फ देश पर ही फोकस होना चाहिए, पहले के राजनीतिक दल परिवार और परिवार की जड़ों को संभालने में शक्ति लगा देते थे. मैं देश को मजबूत करने में जुटा हूं.
  • पीएम मोदी ने कहा कि 2047 में आजादी के 100 साल पूरे होंगे, यह एक प्रेरणा है, आजादी के 100 साल के लिए हर कोई अपना लक्ष्य बनाए. 2024 चुनाव का साल है, यह एक बहुत बड़ा महापर्व है, इसे उत्सव के तौर पर मनाना चाहिए.