सलमान खान नहीं होते तो फिल्मों में कभी नहीं आती रवीना टंडन, जानिए कैसे भाईजान ने बदलीं उनकी किस्मत

Deepak Meena
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90 के दशक की दिग्गज अभिनेत्री रवीना टंडन ‘दिलवाले’, ‘मोहरा’ और ‘दूल्हे राजा’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में अपने अभिनय के लिए जानी जाती हैं। यह तो सभी जानते हैं कि उनके पिता प्रसिद्ध निर्देशक-निर्माता रवि टंडन थे, जिनकी वजह से उन्हें फिल्मों में आने में आसानी हो सकती थी, लेकिन सच्चाई इससे बिलकुल अलग है। रवीना के फिल्मी करियर की शुरुआत में सलमान खान की अहम भूमिका रही थी।

आज भी, रवीना फिल्मों में सक्रिय हैं। पिछले मार्च में ही उनकी फिल्म ‘पटना शुक्ला’ डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज़ हुई थी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रवीना कभी फिल्मों में आना ही नहीं चाहती थीं?

तो आइए जानते हैं रवीना टंडन के फिल्मी सफर की शुरुआत कैसे हुई और इसमें सलमान खान का क्या योगदान रहा:

रवीना की मां वीणा टंडन ने हाल ही में HT City को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि रवीना शुरू में फिल्मों में आने के लिए बिल्कुल तैयार नहीं थीं। उनकी कोई दिलचस्पी नहीं थी। लेकिन किस्मत ने कुछ और ही सोचा था। रवीना को सलमान खान के साथ ‘पत्थर के फूल’ नामक फिल्म का ऑफर मिला।

सलमान का नाम सुनते ही रवीना के दोस्तों ने उन्हें फिल्म करने के लिए प्रोत्साहित किया। उनके दोस्तों का कहना था कि उन्हें सलमान खान जैसे बड़े स्टार के साथ काम करने का मौका मिल रहा है, जो कि एक बेहतरीन शुरुआत होगी।

रवीना ने अपने दोस्तों की बात मान ली और ‘पत्थर के फूल’ फिल्म में काम किया। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुई और रवीना ने फिल्मफेयर का सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेत्री का पुरस्कार भी जीता। यह फिल्म 1991 में रिलीज़ हुई थी। इसमें विनोद मेहरा और किरण कुमार जैसे कलाकार भी थे। फिल्म का निर्देशन अनंत बलानी ने किया था।