लंबे इंतजार के बाद भगवान रामलला अयोध्या में विराजमान हो गए। भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य यज्ञमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हुए। इस दौरान देशभर से आए मेहमानों ने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हिस्सा लिया। रामलला प्राण प्रतिष्ठान कार्यक्रम के लिए सभी धर्मो के लोगों को दिया गया था । ऐसे में कार्यक्रम में पहुंचे एक मौलाना वायरल हो रहें है । इतना ही नही उन्होनें प्राण-प्रतिष्ठा के बाद गर्भगृह में जाकर रामलला के दर्शन भी किए।
आपको बता दें प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में संतों के शामिल हुए इस मौलाना का नाम डॉ. उमर अहमद इलियासी हैं. इमाम उमर अहमद इलियासी ऑल इंडिया इमाम ऑर्गेनाइजेशन के मुख्य इमाम हैं. मौलाना उमेर अहमद इलियासी राजधानी दिल्ली में इंडिया गेट के पास स्थित गोल मस्जिद के इमाम हैं. वह इस्लाम के विद्वान तो हैं ही. बड़ी बात ये है कि उन्होंने अन्य धर्मों का भी गहन अध्ययन किया हुआ है. सर्वधर्म समभाव उनके जीवन का अटूट हिस्सा है.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से है अच्छे संबंध
रामलला के दर्शन के बाद मौलाना बयान भी दिया और कहा कि यह बदलते भारत की तस्वीर है. हमारा सबसे बड़ा धर्म इंसानियत का है…हमारे लिए राष्ट्र सर्वाेपरि है.जानकारी के लिए बता दें पिछले साल आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत मौलाना उमेर अहमद इलायासी के मस्जिद गोल मस्जिद में पहुंचे थे. तब यह घटना सुर्खियों में आई थी. तब मोहन भागवत ने मौलाना उमेर अहमद इलायासी से भी मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद मौलाना उमेर अहमद इलायासी ने मोहन भागवत को राष्ट्रपिता तक कह दिया था.
खुद को भगवान कृष्ण का वंशज मानतें है मौलाना
पहले के इंटरव्यू में मौलाना उमेर इलियासी यह बता चुके हैं कि उनके पुरखे हिन्दू थे. वे तो यहां तक कहते हैं कि वे भगवान कृष्ण के वंशज हैं. उनका परिवार करीब दो-ढाई सौ साल पहले इस्लाम स्वीकार कर चुका है. वे मानते हैं कि इस्लाम का रास्ता सच्चाई, अमन और भाई चारे की तरफ लेकर जाता है. इस्लाम में किसी के लिए कोई नफरत का भाव नहीं है.