गुप्त नवरात्रि: संपूर्ण जानकारी आपके समक्ष

Mohit
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Navratri 2021

आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि 11 जुलाई 2021 रविवार से शुरू हो रही हैं, जो 18 जुलाई, रविवार तक रहेंगी । नवरात्रि के इन 9 दिनों में देवी के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है। इन नौ दिनों में देवी को विभिन्न प्रकार के भोग भी लगाए जाते हैं। शास्त्रों के अनुसार, इस उपाय से साधक (उपाय करने वाला) की सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। जानिए किस तिथि पर देवी को किस चीज का भोग लगाना चाहिए-

ये हैं गुप्त नवरात्रि के अचूक उपाय
1. प्रतिपदा तिथि को माता को घी का भोग लगाएं। इससे रोगी को कष्टों से मुक्ति मिलती हैं एवं शरीर निरोगी होता है।
2. द्वितीया तिथि को माता को शक्कर का भोग लगाएं। इससे उम्र लंबी होती है।
3. तृतीया तिथि को माता को दूध का भोग लगाएं। इससे सभी प्रकार के दुःखों से मुक्ति मिलती है।
4. चतुर्थी तिथि को माता को मालपुआ का भोग लगाएं। इससे समस्याओं का अंत होता है।
5. पंचमी तिथि को माता को केले का भोग लगाएं। इससे परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
6. षष्ठी तिथि को माता को शहद का भोग लगाएं। इससे धन लाभ होने के योग बनते हैं ।
7. सप्तमी तिथि को माता को गुड़ का भोग लगाएं। इससे हर मनोकामना पूरी हो सकती है।
8. अष्टमी तिथि को माता को नारियल का भोग लगाएं। इससे घर में सुख-समुद्वि आती है
9. नवमी तिथि को माता को विभिन्न प्रकार के अनाज का भोग लगाएं। इससे वैभव व यश मिलता है।

♦️पुष्य नक्षत्र योग ♦️

♦️11 जुलाई 2021 रविवार को सूर्योदय से रात्रि 02:22 तक रविपुष्यमृत योग है ।

१०८ मोती की माला लेकर जो गुरुमंत्र का जप करता है, श्रद्धापूर्वक तो २७ नक्षत्र के देवता उस पर खुश होते हैं और नक्षत्रों में मुख्य है पुष्य नक्षत्र, और पुष्य नक्षत्र के स्वामी हैं देवगुरु ब्रहस्पति पुष्य नक्षत्र समृद्धि देनेवाला है, सम्पति बढ़ानेवाला है । उस दिन ब्रहस्पति का पूजन करना चाहिये । ब्रहस्पति को तो हमने देखा नहीं तो सद्गुरु को ही देखकर उनका पूजन करें और मन ही मन ये मंत्र बोले –

ॐ ऐं क्लीं ब्रहस्पतये नम :
ॐ ऐं क्लीं ब्रहस्पतये नम :
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🛕🪔i- राशि के अनुसार करें गुप्त नवरात्र में देवी मां की पूजा, सभी इच्छाएं होंगी पूरी!

सनातन धर्म में साल में चार नवरात्र की मान्यता है, इनमें से दो गुप्त नवरात्र होते हैं। गुप्त नवरात्रि विशेष तौर पर गुप्त सिद्धियां पाने का समय होता है। आमतौर पर लोग दो नवरात्रों (चैत्र या वासंतिक नवरात्र और आश्विन या शारदीय नवरात्र) के बारे में ही जानते हैं। लेकिन इसके अलावा दो और नवरात्र भी होते हैं, जिनमें विशेष कामनाओं की सिद्धि की जाती है।

कम लोगों को इसका ज्ञान होने के कारण या इसके छिपे हुए होने के कारण इसको गुप्त नवरात्र भी कहते हैं। यह भी मान्यता है कि गुप्त नवरात्र में पूजा मनोकामना जितनी ज्यादा गोपनीय होगी, सफलता उतनी ज्यादा मिलेगी।

नौ दिनों तक चलने वाले गुप्त नवरात्र पर्व में माता के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है और उन्हें प्रसन्न करने के लिए विभिन्न साधनाएं भी की जाती हैं। गुप्त नवरात्र में मनचाही सफलता के लिए विशेष उपाय भी किए जाते हैं।

गुप्त नवरात्रि में किए गए उपाय जल्दी ही शुभ फल प्रदान कर सकते हैं। वहीं इससे धन, नौकरी, स्वास्थ्य, संतान, विवाह, प्रमोशन आदि कई मनोकामनाएं इन 9 दिनों में किए गए उपायों से पूर्ण हो सकती है। मान्यता के अनुसार ये उपाय इस प्रकार हैं-

1. इंटरव्यू में सफलता का उपाय:

गुप्त नवरात्रि में किसी भी दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद सफेद रंग का सूती आसन बिछाकर पूर्व दिशा की ओर मुख करके उस पर बैठ जाएं। अब अपने सामने पीला कपड़ा बिछाकर उस पर 108 दानों वाली स्फटिक की माला रख दें और इस पर केसर व इत्र छिड़क कर इसका पूजन करें।

इसके बाद धूप, दीप और अगरबत्ती दिखाकर मंत्र का 31 बार उच्चारण करें। इस प्रकार 11 दिन तक करने से वह माला सिद्ध हो जाएगी। जब भी किसी इंटरव्यू में जाएं तो इस माला को पहन कर जाएं। ये उपाय करने से इंटरव्यू में सफलता की संभावना बढ़ सकती है।

मंत्र-

‘ऊँ ह्लीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा।’

2. नौकरी में परेशानी निवारण के उपाय:-
अगर नौकरी में किसी भी तरह की समस्या आ रही है तो इसके लिए 9 दिन तक देवी को बताशे पर रखकर लौंग अर्पित करें।

इस मंत्र का जाप करें- सर्वबाधा विनिर्मुक्तो धन धान्य सुतान्वित: मनुष्यो मत्प्रसादेने भविष्यति ना संशय:।

3. विवाह में बाधा के उपाय:

अगर विवाह में कोई बाधा आ रही है तो पूरे 9 दिन देवी को पीले फूलों की माला अर्पित करें। इस मंत्र का जाप करें-

कात्यायनी महामाये, महायोगिनयधीश्वरी नन्दगोपसुतं देवी, पति में कुकू ते नम:।

माना जाता है कि ऐसा करने से विवाह की समस्या दूर हो जाती है।

4. शीघ्र विवाह के लिए उपाय :

गुप्त नवरात्रि में शिव-पार्वती का एक चित्र अपने पूजास्थल में रखें और उनकी पूजा-अर्चना करने के पश्चात मंत्र का 3, 5 या 10 माला जाप करें। जाप के बाद भगवान शिव से विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने की प्रार्थना करें-

मंत्र-

‘ऊं शं शंकराय सकल-जन्मार्जित-पाप-विध्वंसनाय,

पुरुषार्थ-चतुष्टय-लाभाय च पतिं मे देहि कुरु कुरु स्वाहा।।’

5. मनपसंद वर के लिए उपाय :

गुप्त नवरात्रि के दौरान किसी भी दिन अपने आस-पास स्थित किसी शिव मंदिर में जाएं। वहां भगवान शिव एवं मां पार्वती पर जल एवं दूध चढ़ाएं और पंचोपचार (चंदन, पुष्प, धूप, दीप एवं नैवेद्य) से उनका पूजन करें।

अब मौली (पूजा में उपयोग किया जाने वाला लाल धागा) से उन दोनों के मध्य गठबंधन करें। अब वहां बैठकर लाल चंदन की माला से मंत्र का जाप 108 बार करें-

मंत्र-

‘हे गौरी शंकरार्धांगी। यथा त्वं शंकर प्रिया।

तथा मां कुरु कल्याणी, कान्त कान्तां सुदुर्लभाम।।’

इसके बाद तीन महीने तक रोज इसी मंत्र का जाप शिव मंदिर में अथवा अपने घर के पूजाकक्ष में मां पार्वती के सामने 108 बार करें। घर पर भी आपको पंचोपचार पूजा करनी है।

6. मनचाही दुल्हन के लिए उपाय :

गुप्त नवरात्रि के दौरान जो भी सोमवार आए। उस दिन सुबह किसी शिव मंदिर में जाएं। वहां शिवलिंग पर दूध, दही, घी, शहद और शक्कर चढ़ाते हुए उसे अच्छी तरह से साफ करें। फिर शुद्ध जल चढ़ाएं और पूरे मंदिर में झाड़ू लगाकर उसे साफ करें। अब भगवान शिव की चंदन, पुष्प एवं धूप, दीप आदि से पूजा-अर्चना करें।

रात 10 बजे बाद अग्नि प्रज्वलित कर ऊं नम: शिवाय मंत्र का उच्चारण करते हुए घी से 108 आहुति दें। अब 40 दिनों तक नित्य इसी मंत्र का पांच माला जाप भगवान शिव के सम्मुख करें। मान्यता है कि इससे शीघ्र ही आपकी मनोकामना पूर्ण होने के योग बनते हैं।

7. दांपत्य सुख के लिए उपाय:

यदि जीवनसाथी से अनबन होती रहती है तो गुप्त नवरात्रि में प्रतिदिन नीचे लिखी चौपाई को पढ़ते हुए 108 बार अग्नि में घी से आहुतियां दें। अब नित्य सुबह उठकर पूजा के समय इस चौपाई को 21 बार पढ़ें। यदि संभव हो तो अपने जीवनसाथी से भी इस चौपाई का जाप करने के लिए कहें-

चौपाई- ‘सब नर करहिं परस्पर प्रीति।

चलहिं स्वधर्म निरत श्रुति नीति।।’

8. संतान प्राप्ति के लिए उपाय :

अगर संतान प्राप्ति में कोई समस्या आ रही है तो 9 दिन देवी को पान का पत्ता अर्पित करें। पान का पत्ता टूना नहीं होना चाहिए। इस मंत्र का जाप करें-

नन्दगोपगृह जाता यशोदागर्भ सम्भवा ततस्तौ नाशयिष्यामि विन्ध्याचलनिवासिनी।

माना जाता है कि इस मंत्र का जाप करने से आपकी मनोकामना पूरी हो जाती है।

9. धन लाभ के लिए उपाय :

गुप्त नवरात्रि के दौरान किसी भी दिन सभी कार्यों से निवृत्त होकर उत्तर दिशा की ओर मुख करके पीले आसन पर बैठ जाएं। अपने सामने तेल के 9 दीपक जला लें। ये दीपक साधनाकाल तक जलते रहने चाहिए। दीपक के सामने लाल चावल (चावल को रंग लें) की एक ढेरी बनाएं फिर उस पर एक श्रीयंत्र रखकर उसका कुंकुम, फूल, धूप, तथा दीप से पूजन करें।

उसके बाद एक प्लेट पर स्वस्तिक बनाकर उसे अपने सामने रखकर उसका पूजन करें। श्रीयंत्र को अपने पूजा स्थल पर स्थापित कर लें और शेष सामग्री को नदी में प्रवाहित कर दें। इस प्रयोग से आपको अचानक धन लाभ होने के योग बन सकते हैं।

10. बरकत बढ़ाने का उपाय :

गुप्त नवरात्रि में किसी भी दिन सुबह स्नान कर साफ कपड़े में अपने सामने मोती शंख को रखें और उस पर केसर से स्वस्तिक का चिह्न बना दें। इसके बाद इस मंत्र का जाप करें-

मंत्र-

,श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:।।’

मंत्र जाप के ये हैं नियम –

– मंत्र का जप स्फटिक माला से ही करें।

– मंत्रोच्चार के साथ एक-एक चावल इस शंख में डालें।

– इस बात का ध्यान रखें की चावल टूटे हुए ना हो। इस प्रयोग लगातार नौ दिनों तक करें।

– इस प्रकार रोज एक माला जाप करें। उन चावलों को एक सफेद रंग के कपड़े की थैली में रखें और 9 दिन के बाद चावल के साथ शंख को भी उस थैली में रखकर तिजोरी में रखें। इस उपाय से घर की बरकत बढ़ सकती है।

अन्य उपाय…1- देवी का निवास : माता जगदंबिका को आम अथवा गन्ने के रस से स्नान करवाया जाए तो लक्ष्मी और सरस्वती ऐसे भक्त का घर छोड़कर कभी नहीं जातीं। वहां नित्य ही संपत्ति और विद्या का वास रहता है।

2- पापों का नाश: वेद पाठ के साथ यदि कर्पूर, अगरु (सुगंधित वनस्पति), केसर, कस्तूरी व कमल के जल से देवी को स्नान करवाया जाए तो सभी प्रकार के पापों का नाश हो जाता है तथा साधक को थोड़े प्रयासों से ही सफलता मिलती है।

3- देवी कृपा: द्राक्षा (दाख) के रस से यदि माता जगदंबिका को स्नान करवाया जाए तो भक्तों पर देवी की कृपा बनी रहती है।

4- सुख-समृद्धि : इसी प्रकार यदि देवी को दूध से स्नान करवाया जाए तो व्यक्ति सभी प्रकार की सुख-समृद्धि का स्वामी बनता है।

5- सेहत: गुप्त नवरात्रि पर खराब सेहत से भी छुटकारा पाया जा सकता है। 9 दिन देवी को लाल फूल अर्पित करें और इस मंत्र का जाप करें-

ऊं क्रीं कालिकायै नम:।

मान्यता है कि ऐसा करने से आप तंदरुरस्त हो जाएंगे।

6- शत्रु और कर्जे से छुटकारा: मुकदमे शत्रु और कर्जे की समस्या से छुटकारा पाने के लिए 9 दिन के समक्ष गुग्गल की सुगंध वाला धूप जलाएं और इस मंत्र का जाप करें ।

‼️ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे‼️

कहा जाता है कि ऐसा करने से आपकी समस्या दूर होगी। सभी तरह की समस्यों को दूर करने के लिए 9 दिन देवी के सामने अखंड दीपक जलाएं इस मंत्र का जाप करें।

– ऊं दुं दुर्गाय नम:

राशि के अनुसार ये करें खास उपाय…1. मेष राशि – इस राशि के लोगों को स्कंदमाता की पूजा करनी चाहिए। दुर्गा सप्तशती या दुर्गा चालीसा का पाठ करें।

2. वृषभ राशि – इस राशि के लोग देवी के महागौरी स्वरुप की पूजा करें व ललिता सहस्त्रनाम का पाठ करें।

3. मिथुन राशि – इस राशि के लोग देवी यंत्र स्थापित कर मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करें। इससे इन्हें लाभ होगा।

4. कर्क राशि – इस राशि के लोगों को मां शैलपुत्री की उपासना करनी चाहिए। लक्ष्मी सहस्त्रनाम का पाठ भी करें।

5. सिंह राशि – इस राशि के लोगों के लिए मां कूष्मांडा की पूजा विशेष फल देने वाली है। दुर्गा मन्त्रों का जाप करें।

6. कन्या राशि – इस राशि के लोग मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करें। लक्ष्मी मंत्रो का विधि-विधान पूर्वक जाप करें।

7. तुला राशि – इस राशि के लोगों को महागौरी की पूजा से लाभ होता है। काली चालीसा का पाठ करें।

8. वृश्चिक राशि – स्कंदमाता की पूजा से इस राशि वालों को शुभ फल मिलते हैं। दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।

9. धनु राशि – इस राशि के लोग मां चंद्रघंटा की आराधना करें। साथ ही उनके मन्त्रों का विधि-विधान से जाप करें।

10. मकर राशि – इस राशि वालों के लिए मां काली की पूजा शुभ मानी गई है। नर्वाण मन्त्रों का जाप करें।

11. कुंभ राशि – इस राशि के लोग मां कालरात्रि की पूजा करें। नवरात्रि के दौरान रोज़ देवी कवच का पाठ करें।

12. मीन राशि – इस राशि वाले मां चंद्रघंटा की पूजा करें। हल्दी की माला से बगलामुखी मंत्रो का जाप भी करें।