पीएम मोदी ने आज यानी मंगलवार को एक बार फिर राज्यसभा को संबोधित किया है। दरअसल, कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद समेत चार सांसदों को आज सदन में विदाई दी जा रही है। जिसको लेकर पीएम मोदी ने आज गुलाम नबी आजाद की जमकर तारीफ भी की है। लेकिन इस दौरान पीएम मोदी सदन में भावुक हो गए। दरअसल, पीएम मोदी ने गुलाम नबी आजाद की तारीफ करते हुए कहा कि वो यहां के घर में बगीचे को संभालते हैं, जो कश्मीर की याद दिलाता है।
उन्होंने आगे कहा कि गुजरात के यात्रियों पर जब आतंकवादियों ने हमला किया। सबसे पहले गुलाम नबी आजाद जी का उनके पास फोन आया. वो फोन सिर्फ सूचना देने का नहीं था, फोन पर गुलाम नबी आजाद के आंसू रुक नहीं रहे थे। उस वक्त प्रणब मुखर्जी रक्षा मंत्री थे, तो उनसे फौज के हवाई जहाज की व्यवस्था की मांग की। उसी दौरान एयरपोर्ट से ही गुलाम नबी आजाद ने फोन किया।
जैसे अपने परिवार के सदस्य की चिंता की जाती है वैसी ही आजाद जी ने उनकी चिंता की। आगे उन्होंने कहा कि सत्ता जीवन में आती रहती है, उसे कैसे पचाना है वो गुलाम नबी आजाद जी से सीखने को मिलता है। पीएम मोदी ने बताया कि एक मित्र के रूप में मैं आजाद जी का बहुत आदर करता हूं।
इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि गुलाम नबी आजाद दल के साथ देश की भी सोचते हैं, उनकी जगह भरना किसी के लिए भी मुश्किल होगा। जब मैं चुनावी राजनीति में नहीं आया था, तब गुलाम नबी आजाद और मैं लॉबी में बात कर रहे थे। जब हमें बात करते हुए पत्रकारों ने देखा, तो गुलाम नबी आजाद ने पत्रकारों को जवाब दिया कि आप भले ही नेताओं को टीवी पर लड़ते देखते हो, लेकिन यहां परिवार जैसा माहौल रहता है। उन्होंने ने कहा कि जो सदस्य आज विदाई ले रहे हैं, उनके लिए हमेशा उनके द्वार खुले हैं।