देशभर में गुजरात मॉडल की चर्चा की जाती है। यह चर्चा चुनावी महौल में तो और बढ़ जाती है। देश में जब भी विकास की बात होती है तो गुजरात मॉडल लागू करने की बात होती है। लेकिन आज हम आपको ऐसे गुजरात मॉडल की बात बताने जा रहें, जिसकी खूब चर्चा हो रही, इसका नाम है- भ्रष्टाचार का ईएमआई मॉडल।
देश में भ्रष्टाचार की प्रमुख जननी सरकारी संस्थाओं को माना जाता है। लेकिन लोगों को इकट्ठा पैसे देने में असुविधा ना हो इसके लिए गुजरात के कुछ अधिकारी बड़ा दरियादिली दिखाएं है। दरअसल भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) द्वारा ऐसे दस मामले दर्ज किए गए हैं। जिसके खुलासे पर लोग हैरान हो गए है। भ्रष्ट अधिकारी रिश्वत लेने के लिए लोगों को ईएमआई की सुविधा दे रहे हैं तो यकीनन आप हैरान हो जाएंगे, आप समझ ही नहीं पाएंगे कि रिश्वत में ईएमआई, ये कैसे संभव है, लेकिन गुजरात में इन दिनों ये मॉडल खूब प्रचलित है।
बता दें गुजरात में इस साल ईएमआई पर रिश्वत के 10 सनसनीखेज मामले सामने आए हैं, रिश्वत लेने का ये अनोखा तरीका नया तरीका राज्य के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों ने अपनाया है। ये अधिकारी इतने दयालु है कि अधिकारी रिश्वत से किसी को परेशान न हो इसलिए ईएमआई में रिश्वत ले रहे हैं, हैरान करने वाली बात ये है कि लोग भ्रष्ट्र अधिकारियों को ईएमआई यानी किस्तों में रिश्वत दे भी रहे हैं।
वहीं मामले पर एसबी द्वारा कहा गया कि यह तो बस एक छोटा सा मामला हो सकता है क्योंकि एजेंसी केवल उन मामलों की जांच कर रही है, जो उनके जानकारी में आए हैं, ऐसे कई सारे मामले हो सकते हैं. जो अभी तक जानकारी में नहीं आए हैं. इस पर जांच जारी है। और ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।