गांधीनगर : गुजरात से भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सदस्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनसुख वसावा ने कल इस्तीफ़ा दे दिया था, हालांकि वे अब अपने फ़ैसले से पलट गए हैं. उन्होंने आज कहा कि, वे अपना इस्तीफ़ा वापस लेंगे. इसके पीछे का कारण बताते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री मनसुख वसावा ने कहा कि, पार्टी के वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं से बातचीत के बाद उन्होंने पार्टी न छोड़ने का मन बनाया है.
बता दें कि, इससे पहले उन्होंने मंगलवार को पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया था. उन्होंने कहा था कि, वह संसद के बजट सत्र के बाद लोकसभा सदस्य के तौर पर भी इस्तीफा दे देंगे. लेकिन वे अब भाजपा नहीं छोड़ रहे हैं, वे भाजपा में ही बने रहेंगे. मनसुख ने कहा है कि, उन्हें सरकार या पार्टी के साथ कोई समस्या नहीं है.
बुधवार को गांधीनगर में पत्रकारों से बातचीत में मनसुख ने बताया कि, ‘पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने मुझसे कहा कि मैं अपनी पीठ और गर्दन के दर्द का मुफ्त इलाज तभी करवा पाऊंगा, जब मैं सांसद बना रहूंगा’ मेरे पार्टी और सांसद के तौर पर इस्तीफा देने का एकमात्र कारण यह है कि मुझे स्वास्थ्य समस्याएं हैं. मैंने आज मुख्यमंत्री से भी इसके बारे में चर्चा की. अब भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से आश्वासन मिलने के बाद, मैंने अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया है. मैं एक सांसद के रूप में अपने लोगों की सेवा करता रहूंगा.’ पत्रकारों से बातचीत में आगे मनसुख वसावा ने कहा कि, ‘राज्य और केंद्र सरकारें अपने सभी प्रयासों को इको सेंसिटिव जोन से संबंधित मुद्दों को हल करने में लगा रही हैं.’