इंदौर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत ‘स्कूल बैग पॉलिसी 2020’ लागू कर दी गई है। इस पॉलिसी के अनुसार, स्कूलों को सप्ताह में एक दिन विद्यार्थियों को बिना बैग के स्कूल बुलवाना है। यह पहल बच्चों पर भारी स्कूल बैग के बोझ को कम करने और उनकी शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए की गई है।
हालांकि, इस नीति को लेकर अभी तक मिली-जुली प्रतिक्रियाएं हैं। कुछ स्कूलों ने इस नीति को अपनाकर ‘बैगलेस डे’ शुरू कर दिया है, वहीं कई स्कूल इस पॉलिसी को अनदेखा कर रहे हैं।
सीबीएसई स्कूलों के संगठन ‘सहोदय समूह’ ने ‘बैगलेस डे’ को लेकर जल्द बैठक करने का फैसला किया है। इस बैठक में ‘बैगलेस डे’ के क्रियान्वयन और इसके बच्चों पर प्रभाव पर चर्चा की जाएगी। जिला शिक्षा अधिकारी मंगलेश व्यास का कहना है कि ‘बैग पॉलिसी’ को लेकर जल्द ही कार्रवाई शुरू की जाएगी।
यह निश्चित रूप से एक सकारात्मक पहल है, लेकिन इसका सफल क्रियान्वयन सभी स्कूलों द्वारा अनिवार्य रूप से किया जाना होगा। साथ ही, यह भी सुनिश्चित करना होगा कि ‘बैगलेस डे’ का उपयोग सिर्फ दिखावा करने के लिए न हो, बल्कि इसका उद्देश्य बच्चों के शिक्षा एवं स्वास्थ्य को बेहतर बनाने पर केंद्रित हो।