उज्जैन में कल निकलेगी बाबा महाकाल की भव्‍य सवारी, नगर भ्रमण पर निकलकर भक्तों का उद्धार करेंगे राजाधिराज

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उज्जैन। सावन माह के पहले सोमवार को श्री महाकालेश्वर मंदिर से भगवान महाकाल की सवारी की पहली शाही सवारी कल निकाली जाएगी। बाबा महाकाल की हर साल श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली सवारी को लेकर तेयारियां पूरी हो गई है। बाबा महाकाल भ्रमण पर निकलेंगे और अपने भक्तों को दर्शन देकर उनका उद्धार करेंगे। बता दें कि बाबा महाकाल की पहली सवारी 10 जुलाई यानी कल निकलने वाली है। बाबा महाकाल की सवारी को देखने आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी ना आए इसको लेकर प्रशासन ने अपनी तैयारी कर ली है।

ऐसा करीब 19 वर्षों बाद होगा कि इस बार दो माह का श्रावण मास होने के कारण महाकाल की 10 सवारी निकाली जाएगी। सवारियों की व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने को लेकर प्रशासन सक्रिय हो गया है। महाकाल की प्रथम सवारी निकलने में अब सिर्फ 1 दिन शेष बचा हैं। बता दें कि हर साल श्रावण-भादौ मास में भगवान महाकाल अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए भ्रमण पर निकलते हैं। इस साल भी भगवान महाकाल की निकलने वाली सवारी और नाग पंचमी को लेकर दर्शन व्यवस्था की तैयारी शुरू कर दी गई है।

बता दें कि 4 जुलाई 2023 से श्रावण-भादौ मास शुरू हो गया है, जोकि 11 सितंबर 2023 तक चलेगा। बाबा महाकाल की पहली सवारी 10 जुलाई को निकाली जाएगी। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने महाकाल लोक में 8 से 10 बड़ी स्क्रीन लगाने को लेकर निर्देश दिए हैं। वही इस सवारी में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े। इसको भी ध्यान में रखा गया है। ऐसे में यहां पर श्रद्धालुओं के लिए टेंट कारपेट छांव के लिए व्यवस्था और श्रद्धालुओं के पीने के पानी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही एसपी ने भी सवारी में 3 घंटे पहले ट्रैफिक व्यवस्था को डायवर्ट करने की बात कही है।

महाकाल मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने कहा कि साल 2023 में महाकालेश्वर भगवान की 10 सवारियां निकलेगी जो की पहली सवारी 10 जुलाई से शुरू होगी, जहां 21 अगस्त को सोमवार नाग पंचमी पर्व रहेगा और सवारी भी निकलेगी। ऐसे में श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक बढ़ जाएगी। जिसको नियंत्रण में रखने के लिए कई तरह की व्यवस्था की गई है। वही 11 सितंबर को शाही सवारी निकाली जाएगी। इस शाही सवारी के दौरान उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक हो जाती है।