इंदौर : मांगलिया क्षेत्र (Manglia) में कुछ लोगों द्वारा एक सरकारी जमीन पर रातों रात कब्जा करने का मामला सामने आया है। जब जिला प्रशासन की टीम कब्जा हटाने के लिए पहुंची तो टीम को कब्जाधारियों के विरोध का सामना करना पड़ा। हालांकि पुलिस बल का सहारा लेकर आखिरकार जमीन को अवैध अतिक्रमणकारियों से मुक्त करा लिया गया। बताया गया है कि अवैध रूप से जमीन पर कब्जा करने वालों ने टीम के सामने महिलाओं को आगे कर दिया था।
मजदूरों ने किया था कब्जा
बताया गया है कि जिस सरकारी जमीन को प्रशासन की टीम ने अवैध कब्जे से मुक्त कराया है उस पर कुछ मजदूरों ने बांस बल्ली गाड़कर कब्जा कर लिया था। ये मजदूर मांगलिया के साथ ही अन्य कई जिलों के बताए गए है और ये मांगलिया के क्षेत्र में मजदूरी करने का काम करते है।
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विवाद के बाद मिली जानकारी
बताया गया है कि दो दिन पहले कब्जा करने वाले कुछ मजदूरों में विवाद हो गया था और फिर बाद में कुछ लोग थाने भी शिकायत लेकर पहुंचे थे। चुंकि मामला जमीन के विवाद से जुड़ा हुआ था इसलिए प्रशासन को भनक लगने पर जमीन की जांच कराई गई तो पता चला कि जिस जमीन के लिए विवाद हुआ है वह शासकीय है। सरकारी जमीन पर कब्जा करने वाले लोगों की संख्या तीन सौ बताई गई है।
पट्टा मिलने की थी अफवाह
जानकारी मिली है कि मांगलिया की जमीन पर तीन सौ से अधिक मजदूरों ने इसलिए बांस बल्ली गाढ़कर कब्जा कर लिया था क्योंकि उन्हें यह बताया गया था कि इस जमीन पर मकान बनाने के बाद सरकार की तरफ से पट्टा मिल जाएगा। हालांकि यह महज अफवाह थी और इस अफवाह को बीते दिनों बूढ़ी बरलई गांव में आयोजित एक कार्यक्रम में उड़ा दिया गया था। यहां फसल बीमा योजना की राशि बांटने का कार्यक्रम था और इसमें सीएम शिवराजसिंह चौहान आए थे।