Google ने हाल ही में अपने पॉपुलर ऐप गूगल मैप्स में एक नया और महत्वपूर्ण अपडेट जारी किया है, जिसका उद्देश्य बढ़ती एयर पॉल्यूशन समस्या से निपटना है। गूगल ने एक AI-बेस्ड टूल “Air View+” पेश किया है, जो गूगल मैप्स के माध्यम से रियल टाइम में एयर क्वालिटी की जानकारी प्रदान करेगा। इस सुविधा का मुख्य उद्देश्य भारत में वायु प्रदूषण की समस्या को संबोधित करना और स्थानीय स्तर पर सटीक डेटा प्रदान करना है।
Air View+ टूल कैसे करता है काम ?
गूगल का “Air View+” टूल विभिन्न स्रोतों से एयर क्वालिटी डेटा एकत्र करता है और उसे रियल टाइम में प्रोसेस करता है। यह टूल खासतौर पर भारत के राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक (NAQI) के मानकों पर आधारित है, ताकि यूजर्स को सटीक और उपयोगी जानकारी मिले। इस टूल के डेटा स्रोतों में शामिल हैं:
* गवर्नमेंट एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम: सरकारी एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशनों से डेटा एकत्र किया जाता है।
* 150 से ज्यादा शहरों में लगाए गए सेंसर: भारत के प्रमुख शहरों में एयर क्वालिटी को मॉनिटर करने के लिए सेंसर लगाए गए हैं।
* Satellite इमेजेज: सैटेलाइट से प्राप्त इमेजेज का उपयोग किया जाता है।
* मौसम पैटर्न और ट्रैफिक डेटा: मौसम और ट्रैफिक का डेटा भी एयर क्वालिटी पर असर डालता है, और इसका इस्तेमाल किया जाता है। गूगल की AI तकनीक इन सभी डेटा स्रोतों को प्रोसेस करती है और यूजर्स को सटीक और अपडेटेड जानकारी प्रदान करती है। यह टूल विशेष रूप से PM2.5, PM10, CO2, NO2, ओजोन, तापमान और नमी जैसे प्रमुख प्रदूषकों का विश्लेषण करता है।
कैसे देखें Google Maps पर Air Quality की जानकारी ?
गूगल मैप्स में एयर क्वालिटी की जानकारी प्राप्त करना बेहद आसान है। इसके लिए निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो करें:
Google मैप्स ऐप ओपन करें: सबसे पहले अपने स्मार्टफोन में गूगल मैप्स ऐप खोलें।
एयर क्वालिटी लेयर एक्टिवेट करें: मैप्स पर एयर क्वालिटी लेयर को सक्षम करने के लिए सेटिंग्स में जाएं।
मौसम विजेट का उपयोग करें: मौसम विजेट की मदद से आप अपने वर्तमान स्थान या किसी भी अन्य स्थान का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) देख सकते हैं।
यह टूल किसके लिए खास ?
“Air View+” टूल उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है, जो वायु प्रदूषण के प्रति संवेदनशील हैं। जैसे कि:
बच्चे: छोटे बच्चों को प्रदूषण से सुरक्षा की जरूरत होती है, और यह टूल उन्हें बाहर जाने से पहले एयर क्वालिटी चेक करने की सलाह देता है।
बुजुर्ग: बुजुर्गों को अक्सर खराब वायु गुणवत्ता से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए यह टूल उन्हें सावधानी बरतने में मदद करेगा।
संवेदनशील लोग: जो लोग प्रदूषण के उच्च स्तर के दिनों में सांस की समस्याओं से जूझते हैं, उनके लिए यह टूल बेहद सहायक है। यह उन्हें मास्क पहनने, बाहरी गतिविधियों को सीमित करने या अन्य सुरक्षा उपायों की सलाह देता है।
एयर क्वालिटी सेंसर की स्थापना
गूगल ने इस टूल को और भी सटीक बनाने के लिए अन्य कंपनियों के साथ साझेदारी की है। गूगल ने ऑरास्योर और रेस्पिरर लिविंग साइंसेज जैसी कंपनियों के साथ मिलकर उन क्षेत्रों में एयर क्वालिटी सेंसर लगाए हैं, जहां पहले डेटा इकठा करना मुश्किल था। इस साझेदारी के माध्यम से गूगल को ऐसे इलाकों में भी सही और सटीक एयर क्वालिटी डेटा मिल सकेगा, जहां परंपरागत तरीके से डेटा कलेक्शन मुश्किल होता था।