नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी ने पूरे विश्व में दहशत बना रखी है। देश दुनिया के बड़े बड़े वैज्ञानिक कोरोना की वैक्सीन खोजने में जुटे हुए है। जिसके चलते दुनिया के तीन देशों ने वेक्सीन बनने का दावा किया था। रिपोर्ट के मुताबिक सबसे पहले नम्बर पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन, दूसरे नंबर पर चीनी आर्मी और फार्मा कंपनी की वैक्सीन और तीसरे नंबर पर जर्मनी की बायोइनटेक फार्म कंपनी की स्टेटस रिपोर्ट आई है। साथ ही इनके रिजल्ट भी पॉजिटिव मिले है। माना जा रहा है कि तीनो कंपनियों की दवा जल्द ही मार्केट में आ सकती है।
मिली जानकारी के अनुसार बीते सोमवार ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में कोरोना की वैक्सीन ट्रायल की स्टेटस रिपोर्ट को जारी किया गया। जिसमें बताया गया कि नतीजे बेहतर आए हैं। यह दवा सुरक्षा के लिहाज से भी बेहतर है। शुरुआती ट्रायल के नतीजे उम्मीदों के मुताबिक रहे हैं। इस वैक्सीन को लगाने से अच्छा इम्यून रिस्पांस मिला है।
वही दूसरी तरफ चीन भी कोरोना वैक्सीन का ट्रायल कर रहा है। चीन की चीनी फार्मा कम्पनी कैनसिनो बायोलॉजिक्स की है। जिसका अगले चरण का ट्रायल चल रहा है। कैनसिनो वेस्टर्न फार्मा को पीछे छोड़कर दुनिया की पहली वैक्सीन तैयार करने की कोशिश में है। परीक्षण के दौरान लोगों के शरीर में प्रतिरोधक क्षमता विकसित हुई है।
सही ही तीसरे नम्बर पर जर्मनी की कंपनी का ट्रायल चल रहा है। जर्मनी की बायोइनटेक की वैक्सीन ट्रायल में सुरक्षित साबित हुई है। बता दे कि अब तक इस वैक्सीन का 60 लोगों पर परीक्षण किया गया। जिसमें रिजल्ट पॉजिटिव पाए गए हैं। इस वैक्सीन के द्वारा वॉलिंटियर्स ने रिसपॉन्स बेहतर मिला है। इस कंपनी के स्टेटस रिपोर्ट में पाए जाए कि ट्रायल के आंकड़े बताते हैं कि इसमें कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए बेहतर टी सेल्स मौजूद है। जो कोरोना वायरस पर कंट्रोल कर सकते हैं। ऐसे में संक्रमण को फैलने से रोकने की क्षमता है। इस दवा को तैयार करने में 12 से 18 महीने लगेंगे।