रीवा : आमतौर पर आप सभी जानते ही है कि एमपी के फलों का स्वाद दूसरे प्रदेश के मुकाबले काफी अच्छा और रसीला होता है। ऐसे में आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। जी हां, दरअसल, रीवा जिले में गोविंदगढ़ तथा उसके आसपास प्रमुख रूप से पैदा होने वाली सुंदरजा आम की किस्म को जीआई (GI) टैग मिल चूका है। इसके लिए लगातार पिछले 2 सालों से प्रयास किए जा रहे थे तब जाकर यह सफलता मिली है। बता दे कि सुंदरजा आम अब एमपी की पहचान बनकर पूरी दुनिया में जाना जाएगा।
इसके अलावा मुरैना की प्रसिद्द गजक को भी जीआई (GI) टैग दिया गया है। इसी के साथ जिले में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की प्रबल संभावना को देखते हुए सब्जी और फल उत्पादन पर स्पेशल ध्यान दिया जा रहा है। वहीं अब बात की जाए रीवा के इस मीठे रसीले सुंदरजा आम की तो यह आम विशिष्ट किस्म का आम है, इसका स्वाद और खुशबु दूसरे आमों की सभी किस्मों से बेहतर है।
इस खास मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ख़ुशी जाहिर करते हुए ट्वीट किया और लिखा- यह हर्ष का विषय है कि हमारे रीवा के सुंदरजा आम व मुरैना की गजक को #GITag के माध्यम से वैश्विक पहचान मिली है।
यह हर्ष का विषय है कि हमारे रीवा के सुंदरजा आम व मुरैना की गजक को #GITag के माध्यम से वैश्विक पहचान मिली है।
इस गौरवपूर्ण सम्मान हेतु रीवा व मुरैना के भाई-बहनों व सभी प्रदेशवासियों को बधाई!
माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी का आभार व श्री पीयूष गोयल जी को धन्यवाद। https://t.co/J4QYNoKLRC
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 26, 2023
रिपोर्ट्स के मुताबिक परंपरागत रूप से सुंदरजा की उपज लेने वाले किसान इसकी ऑनलाइन (Online) बिक्री भी कर रहे हैं। सुंदरजा आम के क्षेत्र विस्तार के लिए भी लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, इसकी बड़े पैमाने पर खेती होने पर यह विंध्य के किसानों के लिए वरदान साबित होगा।