सोने के भाव में लगातार बढ़ोतरी, सितम्बर 2011 का रिकॉर्ड तोडा

Akanksha
Published on:

नई दिल्ली- जहा एक ओर देश कोरोना वायरस महामारी जुज रहा है तो वही दूसरी ओर घरेलु बाजार में सोने का भाव आसमान छू रहा है| बुधवार को सोने की कीमत रिकॉर्ड में सबसे ऊपर दर्ज की गई है| अंतरराष्ट्र्रीय बाजार में सितंबर 2011 के बाद अब सोने का भाव सबसे ऊचे स्तर पर है| तो वही मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) ने 5 अगस्त की मैच्योरिटी वाले गोल्ड का वायदा भाव (फ्यूचर प्राइस) 0.4 फीसदी उछलकर 48,982 रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया है।

एक रिपोर्ट में कोटक सिक्यूरिटीज ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच तनाव ने वैश्विक अर्थव्यवस्था की परेशानी बढ़ाई है। इसके अलावा महंगाई बढ़ी है, जबकि मांग घटी है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती है। इस बीच वायरस संक्रमण में बढ़ोतरी के कारण सोने की कीमत में आगे भी बढ़ोतरी जारी रह सकती है। भारत में गोल्ड के भाव में 12.5 फीसदी आयात शुल्क और 3 फीसदी जीएसटी रेट भी शामिल रहते हैं। मंगलवार को गोल्ड ने 1 फीसदी से ज्यादा उछाल के साथ 48,825 रुपए प्रति 10 ग्राम का स्तर छूआ था।

तो वही मंगलवार को न्यूयॉर्क के कमोडिटी एक्सचेंज में अगस्त डिलीवरी वाला गोल्ड अब 1.3 फीसदी उछलकर 1,804 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया है। यह नवंबर 2011 के बाद सबसे ऊंचा स्तर है। हालांकि आठ साल से ज्यादा समय में सोना पहली बार 1,800 डॉलर प्रति औंस के पार पहुंचा है। यह 1.1 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 1,800.50 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ था। अंतरराष्ट्र्रीय बाजार में सितंबर 2011 में सोने ने रिकॉर्ड ऊपरी स्तर बनाया था। उस समय इसका वायदा भाव (फ्यूचर प्राइस) 1,923.70 के ऊपरी स्तर और हाजिर भाव (स्पॉट प्राइस) 1,921.17 तक पहुंचा था। जून तिमाही में सोना का प्रदर्शन गत चार साल में सबसे अच्छा रहा है।

कोरोना वायरस के विषय में डब्ल्यूएचओ का कहना है कि कोरोना का बुरा दौर अभी तक आया नहीं है| तो वही सोने में उछाल का कारण अमेरिका और चीन के व्यापारिक रिश्तों की दूरी भी हो सकती है|