कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पूर्व सीएम फारूख अब्दुल्ला पर बड़ा हमला बोला है। उन्होनें दावा करते हुए कहा कि फारूख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रात में मीटिंग करते है। इतना ही नही उन्होनें फारूख अब्दुल्ला पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे श्रीनगर में कुछ, जम्मू में कुछ और और दिल्ली में कुछ और कहते हैं।
वहीं गुलाम नबी के बयान पर नाखुश फारूक अब्दुल्ला ने बड़ा पलटवार किया है। हालांकि इसके बाद गुलाम नबी आजाद ने सफाई दी और कहा कि, मैंने कभी यह दावा नहीं किया कि मैंने कभी यह दावा नहीं किया कि फारूक अब्दुल्ला पीएम मोदी से मिले थे। मैंने कहा था कि दिल्ली में सूत्रों के जरिए पता चला है कि वह केंद्रीय नेतृत्व से मिलने की कोशिश करते हैं, वह भी सिर्फ रात में। मैंने कभी नहीं कहा कि वह मिले या उसे अपॉइंटमेंट मिला।
दरअसल पीएम मोदी 20 फरवरी को जम्मू कश्मीर दौरे पर है। इस दौरान आजाद ने फारूख अब्दुल्ला पर आरोप लगाते हुए कहा था कि पिता-पुत्र की जोड़ी पर दोहरा खेल खेलने का आरोप लगाते हुए आजाद ने यह भी दावा किया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी का नेतृत्व करने वाले फारूक अब्दुल्ला ने 2014 में भाजपा के साथ गठबंधन बनाने के लिए प्रयास किए थे। मैंने संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा था कि वे जम्मू-कश्मीर में किसी भी राजनीतिक साहसिक कार्य में शामिल न हों।
गुलाम नबी आजाद ने अपने बयान में कहा कि था कि मैं अब्दुल्लाओं की तरह धोखाधड़ी नहीं करता। मैं अपने हिंदू भाइयों को बेवकूफ बनाने के लिए मंदिरों में नहीं जाता, और मैं कट्टरपंथी इस्लामवादियों को खुश करने के लिए अपने देश का दुरुपयोग नहीं करता।
इसके बाद गुलाम नबी आजाद के बयान पर फारूक अब्दुल्ला ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अगर मुझे पीएम मोदी या केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलना होगा तो मैं उनसे दिन में मिलूंगा, रात में क्यों मिलूंगा? क्या कारण है कि उन्होंने फारूक अब्दुल्ला को बदनाम करने की सोची है? जब कोई उन्हें राज्यसभा की सीट नहीं देना चाहता था, तब मैंने ही उन्हें राज्यसभा की सीट दी थी। लेकिन आज वह यह सब कह रहे हैं। उन्हें नाम बताना चाहिए उनके एजेंट जो पीएम और केंद्रीय गृह मंत्री के आवास पर बैठे हैं। उन्हें लोगों को बताना चाहिए ताकि वे सच्चाई समझ सकें।