गज़ल

Akanksha
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बेवजह रोने की वजह बता
मत छुपा घुटन बता बता

जुल्म सहता ही चला गया
कोई है जो इसकी खता बता

वो जिया सिर्फ तेरी आस में
वादा पूरा किया तूने बता बता

नाजुक होती है यकीन की डोर
तुझ पर किया यकीन खता बता

किसी से इतना न खेलिए जनाब
मौत पूछने लगे उसका पता बता

टूट टूट के बिखरा ,,धैर्यशील ,,
वो पूछे क्या बचा है बता बता

धैर्यशील येवले इंदौर