नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच चल रहे विवाद के बीच भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर रूस की राजधानी मॉस्को पहुंच गए हैं। दरअसल रुस में शंघाई सहयोग संगठन बैैठक चल रही है।
इस बैठक में शामिल होने के लिए भारतीय विदेश मंत्री भी पहुंचे हैं। हालांकि चीन और भारत के बीच चल रहे विवाद पर रुस ने अपने दखल से मना कर दिया है। रुस दोनों देशों के बीच मध्यथता करवाने से पीछे हट चुका है।
आज शाम को रुस और भारत के विदेश मंत्री कई मुद्दों पर बात करने वाले हैं। रुस भले ही चीन और भारत के बीच मध्यस्थता से इनकार कर दिया है लेकिन भारत और चीन को रूस आपसी बातचीत तेज करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।
मंगलवार को एक वर्चुअल बैठक में दिल्ली स्थित रूसी राजदूतावास के डिप्टी चीफ रोमन बाबुश्किन ने कहा कि मॉस्को इस मसले में प्रत्यक्ष हस्तक्षेप नहीं करेगा। इस दौरान रोमन बाबुश्किन ने कहा था कि जब तक दोनों पक्ष हमसे आग्रह न करें, हम इसमें हस्तक्षेप करने नहीं जा रहे।
भारत और चीन को तय करना होगा कि क्या वे इस तरह की मध्यस्थता को स्वीकार करते हैं? फिलहाल दोनों देशों के बीच विवाद सुलझाने के मुद्दे में हम शामिल होने नहीं जा रहे हैं। हम दोनों देशों के बीच एक सकारात्मक माहौल बनाने पर फोकस कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भारत और चीन के साथ हमारे खास संबंध हैं लेकिन यह किसी पर निर्भर नहीं है। हमें भरोसा है कि भारत और चीन आपसी संवाद के जरिए इस मसले को निपटा लेंगे।