गौतम सोलर ने तकनीकी व्हाइट पेपर किया लॉन्च, हीट वेव की चुनौतियों को देगा टक्कर

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Indore News : भारत के सोलर पैनल निर्माण क्षेत्र में जाने-माने नाम गौतम सोलर ने मौसम की चरम परिस्थितियों के कारण होने वाली चुनौतियों को हल करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। आज इंदौर के सायाजी होटल में आयोजित एक प्रेस सम्मेलन के दौरान कंपनी ने सोलर पावर प्लांट के परफोर्मेन्स पर 2024 भारतीय हीट वेव के प्रभाव पर ध्यान केन्द्रित करते हुए एक व्यापक व्हाइट पेपर का लॉन्च किया। इस व्हाइट पेपर ने उंचे तापमान वाले वातावरण में अनुकूल सोलर पावर के उत्पादन को बनाए रखने के लिए आधुनिक तकनीकों की आवश्यकता पर भी रोशनी डाली।

तकनीकी व्हाइट पेपर का विषय था ‘एन्हांसिंग पावर जनरेशन एण्ड सीयूएफ ऑफ सोलर पावर प्लांट अमिड हाई टेम्परेचरः स्ट्रैटेजीज़ फॉर 2024 इंडिया हीट वेव’ यानि ‘उंचे तापमान के बीच सोलर पावर प्लांट के सीयूएफ और पावर उत्पादन को बढ़ानाः 2024 के भारतीय हीट वेव के लिए रणनीतियां’। इस विषय ने 2024 के दौरान भारतीय हीट वेव के घातक प्रभावों पर रोशनी डाली, जिसका मानव स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है, इसके कारण हज़ारों मौतें हो चुकी है हैं। इतना ही नहीं यह उंचा तापमान सोलर पैनल के परफोर्मेन्स पर भी नकारात्मक प्रभाव उत्पन्न कर रहा है।

इन विपरीत परिस्थितियों के परिणामस्वरूप सोलर पावर प्लांट के विद्युत उत्पादन में कमी आई है, साथ ही इनका सीयूएफ भी कम हुआ है। गौतम सोलर का व्हाइट पेपर इन समस्याओं के समाधान के लिए उच्च दक्षता वाले एन-टाईप टनल ऑक्साईड पेसिवेटेड कॉन्टैक्ट (TOPCon) और मोनोक्रिस्टलाईन पैसिवेटेड एमिटर एण्ड रियर कॉन्टैक्ट (PERC) सोलर पैनल के उपयोग पर ज़ोर देता है, जिन्हें उच्च तापमान की परिस्थितियों में भी अच्छा परफोर्मेन्स देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

‘गौतम सोलर में हम सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी विद्युत के भरोसेमंद और प्रभावी उत्पादन को सुनिश्चित करने के लिए सोलर टेक्नोलॉजी की सीमाओं को पार करने हेतु प्रतिबद्ध हैं। हमारा नया व्हाइट पेपर सोलर पावर सिस्टम पर चरम तापमान के प्रभाव को हल करने के लिए आधुनिक तकनीकों एवं इनोवेशन के लिए हमारे समर्पण की पुष्टि करता है,’ गौतम मोहंका, सीईओ, गौतम सोलर ने कहा।

तकनीकी व्हाइट पेपर के मुख्य बिन्दु हैं:

सोलर पैनल के परफोर्मेन्स को प्रभावित करने वाले कारकः पर्यावरण के कई कारण सोलर पैनल से विद्युत के उत्पादन को प्रभावित करते हैं जैसे तापमान, आर्द्रता और विकिरण।

सोलर पैनल की जांचः तापमान से जुड़े विभिन्न मानकों की जांच जो सोलर पैनल के परफोर्मेन्स को प्रभावित करते हैं जैसे टेम्परेचर कोफिशिएन्ट का मापन, नॉमिनल ऑपरेटिंग सैल टेम्परेचर (NOCT) का मापन और स्टैण्डर्ड टेस्ट कंडीशन्स (STC) और NOCT पर परफोर्मेन्स।

मोनो पीईआरसी (PERC) और एन-टाईप टीओपीसीऑन (TOPCon) सोलर पैनलः गौतम सोलर के उच्च दक्षता वाले मोनो पीईआरसी (PERC) और एन-टाईप टीओपीसीऑन (TOPCON) पैनल के तकनीकी विनिर्देशनों पर ज़ोर जो इन्हें गर्म जलवायु के लिए आदर्श बनाते हैं। उनका कम टेम्परेचर कोफिशिएन्ट, उच्च बाईफेशियलिटी फैक्टर और डीग्रेडेशन की कम दरें अच्छी एलसीओई (LCOE) परफोर्मेन्स को सुनिश्चित करती हैं और साथ ही इन्हें उच्च तापमान वाले क्षेत्रों में प्रभावी बनाती हैं।

सिस्टम डिज़ाइन, इंस्टॉलेशन, मॉनिटरिंग और रखरखावः उचित टिल्ट एंगल और इंस्टॉलेशन के लिए ओरिएन्टेशन को सुनिश्चित करने से हवा के प्रवाह और कूलिंग में सुधार होता है। इसके अलावा वेंटीलेशन और कूलिंग के तरीकों पर चर्चा की गई। अंत में तापमान संबंधी मुद्दों की जांच के लिए आधुनिक मॉनिटरिंग सिस्टम के उपयोग तथा हीट की वजह से होने वाले नुकसान के लिए नियमित रखरखाव जैसे पहलुओं को कवर किया गया।

तकनीकी व्हाइट पेपर भावी कार्यों, उष्मा अनुकूल सामग्री के निरंतर अनुसंधान एवं विकास की आवश्यकता, कूलिंग की आधुनिक तकनीकों और अडैप्टिव सिस्टम डिज़ाइन पर भी रोशनी डालता है।

गौतम मोहंका ने कहा, ‘‘2024 में भारतीय हीट वेव को देखते हुए सोलर पावर प्लांट में उंचे तापमान की चुनौतियों को हल करना ज़रूरी है। आधुनिक टेक्नोलॉजी जैसे एन-टाईप टीओपीसीऑन (TOPCon) और मोनो पीईआरसी (PERC) सोलर पैनल के उपयोग तथा सामरिक डिज़ाइन, इंस्टॉलेशन एवं रखरखाव के माध्यम से गौतम सोलर चरम तापमान में भी सोलर पावर सिस्टम के अनुकूल परफोर्मेन्स और विश्वसनीयता को सुनिश्चित करने के लिए तत्पर है।ˮ