आज गणेश चतुर्थी है। गणेश चतुर्थी को विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है। जैसा की आप सभी जानते हैं गणेशोत्सव पूरे देशभर में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। हर कोई त्यौहार का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार करता है। लेकिन इस बार कोरोना के चलते इसकी धूम बाजारों में थोड़ी फीकी रहेगी लेकिन आप अपने घर में बप्पा का जोर शोर से स्वागत कर खुशियां माना सकते हैं। आपको बता दे, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश में गणेश चतुर्थी प्रमुखता के साथ मनाई जाती है।
इस दिन से ही आनंद चवदास तक भगवान के भजन, अखंड दीपक और पूजा-पाठ चलता है। उसके बाद अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश भगवान को विदाई दी जाती है। वहीं भगवान से ऐसी प्रार्थना भी की जाती है कि वह अगले जन्म जल्द से जल्द आए। आज हम आपको गणेश चतुर्थी पर बप्पा को खुश करे वाली आरती बताने जा रहे है। बप्पा को खुश करने के लिए आप इस शुभ मुहूर्त पर पढ़े ये वाली आरती –
शुभ मुहूर्त-
गणेश चतुर्थी 22 अगस्त 2020 को शनिवार के दिन है।
गणेश चतुर्थी शाम 7:57 बजे तक है।
हस्त नक्षत्र भी शाम 7:10 बजे तक है।
हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक़, चौघड़िया मुहूर्त बेहद शुभ प्रभाव पैदा करने वाला है।
गणेश जी की आरती –
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
एक दंत दयावंत,
चार भुजा धारी ।
माथे सिंदूर सोहे,
मूसे की सवारी ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
पान चढ़े फल चढ़े,
और चढ़े मेवा ।
लड्डुअन का भोग लगे,
संत करें सेवा ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
अंधन को आंख देत,
कोढ़िन को काया ।
बांझन को पुत्र देत,
निर्धन को माया ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
‘सूर’ श्याम शरण आए,
सफल कीजे सेवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
दीनन की लाज रखो,
शंभु सुतकारी ।
कामना को पूर्ण करो,
जाऊं बलिहारी ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥