गांधी जयंती: महात्मा गांधी की अनमोल विचारधारा शांति और स्वतंत्रता की ओर

RishabhNamdev
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2 अक्टूबर को मनाई जाने वाली गांधी जयंती भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है। यह दिन महात्मा गांधी की जयंती होती है, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को नैतिकता और अहिंसा के माध्यम से आगे बढ़ाया। गांधी जी को “राष्ट्रपिता” के रूप में भारत में सम्मानित किया गया है और उनका योगदान हमारे देश के इतिहास में अविस्मरणीय है।

यहां कुछ महत्वपूर्ण तथ्य हैं जिन्हें गांधी जयंती के मौके पर याद किया जा सकता है:

महात्मा गांधी का जीवन: महात्मा गांधी 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात में पैदा हुए थे। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को अहिंसा के माध्यम से नेतृत्व किया और सत्याग्रह का प्रमुख प्रयोग किया।

चम्पारण सत्याग्रह: महात्मा गांधी का पहला महत्वपूर्ण सत्याग्रह चम्पारण (1917) में हुआ था, जिसमें वे बिहार के किसानों के साथ मिलकर इंग्लैंडी कंपनी के खिलाफ आवाज उठाई थीं।

नमक सत्याग्रह: 1930 में, महात्मा गांधी ने नमक सत्याग्रह का आयोजन किया, जिसमें वे नमक के बिना खाने का आंदोलन चलाएं, जिससे वे ब्रिटिश साशन के खिलाफ जनमानस को जगाने का प्रयास किया।

स्वतंत्रता संग्राम: महात्मा गांधी के नेतृत्व में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम ने एक महत्वपूर्ण घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मुद्दे के रूप में मान्यता प्राप्त की।

खिलाफत आंदोलन: महात्मा गांधी ने खिलाफत आंदोलन का समर्थन किया, जिसमें वे हिन्दू-मुस्लिम एकता के लिए प्रयास करते थे।

गांधी आश्रम: गांधी जी ने साबरमती आश्रम की स्थापना की, जो एक आध्यात्मिक और सामाजिक आलय था और जहां वे अपने अनुयायियों के साथ रहते थे।

आखिरी दिन: महात्मा गांधी का आखिरी दिन 30 जनवरी 1948 को हुआ, जब उन्हें नाथूराम गोडसे द्वारा हत्या का शिकार किया गया।

गांधी जयंती को भारतीयों द्वारा अपने गांधीवादी मूल्यों को याद करने और महात्मा गांधी के योगदान को सलामी देने के रूप में मनाया जाता है। इस दिन कई शैली के समर्पण कार्यक्रम, सभाएँ, और प्रदर्शन होते हैं जो महात्मा गांधी के विचारों को बढ़ावा देते हैं और उनकी याद को जिन्दा रखते हैं।