रजिस्ट्री के नाम पर धोखाधड़ी, तीन साल से फरार आरोपी को क्राईम ब्रांच ने धरा

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इंदौर : जिले तथा आसपास के फरार व उदघोषित इनामी आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु उप पुलिस महानिरीक्षक मनीष कपूरिया द्वारा इंदौर पुलिस को प्रभावी कार्यवाही के लिए निर्देशित किया है उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुख्यालय अरविंद तिवारी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राइम) गुरूप्रसाद पाराशर द्वारा क्राइम ब्रांच की एक टीम को इस बिन्दु पर कार्य करने हेतु लगाया गया.

इसी तारतम्य में क्राइम ब्रांच इंदौर को सूचना प्राप्त हुई थी कि थाना एमआईजी जिला इंदौर के अप.क्रं. 277/17 धारा 420,34 भादवि के अपराध में फरार आरोपी जितेन्द्र पिता पुरूषोत्तम पाराशर नि. 121 सीएम पिंक फ्लावर स्कूल के पास नंदा नगर इंदौर घटना दिनांक से ही फरार चल रहा है. आरोपी पर 10000 रु का इनाम उद्धघोषित किया गया था. उक्त फरार इनामी की मुखबिर द्वारा इंदौर क्षेत्र में देखे जाने की सुचन प्राप्त हुई.

सूचना पर कार्यवाही करते हुए अपराध शाखा इंदौर द्वारा उक्त आरोपी को घेराबंदी कर पकड़ा। आरोपी जितेन्द्र पिता पुरूषोत्तम पाराशर ने पूछताछ में बताया कि वह विभिन्न बैंको से लोन सेंक्शन कराने का काम करता है। इसके पहले टीएनसी आफिस में दस्तावेज लेखक (प्रायवेट) काम करता था। आरोपी के द्वारा सन् 2016-2017 में कल्याण पिता जगदीश अग्रवाल नि. 201 रायल राज विलास 579 एमजी रोड पंजाब ज्वेलर्स के पास इंदौर से उनके ओशियन पार्क स्थित फ्लैट की रजिस्ट्री कराने हेतु 3 लाख रू. लिये थे जिसकी रजिस्ट्री मैं नहीं करा पाया था एवं आरोपी जितेन्द्र पैसे लेने के बाद कहीं चला गया था.

जिस पर से फरियादी कल्याण अग्रवाल द्वारा थाना एमआईजी पर धोखाधड़ी करने का अपराध पंजीबद्ध कराया था। आरोपी जितेन्द्र पाराशर घटना दिनांक से ही फरार था . आरोपी की गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक (पूर्व) द्वारा 10000 रू. का ईनाम भी घोषित किया था. पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफ्तार करने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे थे जिसमें आज क्राइम ब्रांच को सफलता हाथ लगी. आरोपी को गिरफ्तार किया गया है जिसके विरुद्ध थाना एमआइजी द्वारा अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है.