नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत जैसी की तैसी बनी हुई है। उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा है। आर्मी रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल की ओर से शुक्रवार को जारी हेल्थ बुलिटेन के मुताबिक, प्रणब मुखर्जी की तबीयत में कोई बदलाव नहीं हुआ है। वह वेंटिलेटर सपोर्ट सिस्टम पर हैं. उनकी हालत अभी भी स्थिर है।
प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिषेक मुखर्जी ने कहा कि 96 घंटे की निगरानी अवधि आज समाप्त हो रही है। मेरे पिता के महत्वपूर्ण पैरामीटर स्थिर बने हुए हैं और वे बाहरी उपचार का जवाब दे रहे हैं। मेरे पिता ने हमेशा कहा कि मैंने जितना दिया, उससे कहीं ज्यादा भारत के लोगों ने मुझे दिया। कृपया उनके लिए प्रार्थना करें।
दरअसल, प्रणब मुखर्जी रविवार को दिल्ली स्थित अपने आवास के बाथरूम में गिरकर चोटिल हो गए थे। इसके बाद उनके मस्तिष्क में एक जगह पर खून का थक्का जम गया था, जिसको निकालने के लिए उनकी सर्जरी की गई थी। उन्हें सोमवार को दिल्ली के आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस जटिल सर्जरी के बाद पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को वेंटिलेटर पर रखा गया है। अस्पताल ने अपने मेडिकल बुलेटिन में कहा था कि 10 अगस्त को दोपहर 12 बजकर 7 मिनट पर उन्हें क्रिटिकल अवस्था में अस्पताल लाया गया था। जांच के दौरान उनके मस्तिष्क में एक बड़े खून के थक्के का पता चला, इसके लिए एक जटिल (लाइफ सेविंग) सर्जरी की गई थी।
गौरतलब है कि तीन दिन पहले ही प्रणब मुखर्जी ने खुद ट्वीट कर जानकारी दी थी कि वो कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्हें अस्पताल में ब्रेन सर्जरी के लिए भर्ती कराया गया था, जहां ये सर्जरी खून के थक्के हटाने के लिए की गई। टेस्टिंग के दौरान ही उनकी कोरोना वायरस जांच रिपोर्ट पॉजिटव आई थी।