पूर्व कलेक्टर मनोज पुष्प ने इस तरह मंदसौर की यादों को साझा किया

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मंदसौर। मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले के पूर्व कलेक्टर मनोज पुष्प ने जिले से जुडी अपनी प्यारी और मीठी यादें साझा की। उन्होंने एक पत्र लिख कर अपनी पूरी भावनाओं को उसमे उतरा है। उन्होंने कहा कि, मंदसौर जिला ” प्रागयुगीन मानव की कीड़ा स्थली, विश्व के प्राचीनतम कला साक्ष्यों को अपने आंचल में समेटे हुए, भगवान पशुपतिनाथ महादेव का वास शिवना के तट पर , महाकवि कालिदास की कृति ‘गेघदूत’ में इस क्षेत्र का उल्लेख है। मानव निर्मित सबसे बड़ी झील ‘गांधीसागर जलाश्य , अथाह जल राशि। असंख्य प्रवासी परिन्दों की रंगीन जमातें, कल गान की अनुगूंज, हिंगलाज माता को समर्पित दुर्ग, बौद्ध गुफाएँ, धर्मराजेश्वर, पुरातत्व, अनेकों प्राचीन गाथाओं को अपने में सभेटे हुए।

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आज का आधुनिक मंदसौर जहाँ निर्माणाधीन 8 लेन एक्सप्रेस हाइवे , Solar, Wind एवं Hydro power generation का केन्द्र , श्वेत- हरित एवं नील कांति में सिरमौर , संतरा , लहसुन , औषधी आदि फसलों के उत्पादन में अग्रणी है । जिले के विकास में सकिय जनप्रतिनिधिगण , सामाजिक , धार्मिक संगठन , मीडिया. शासकीय अशासकीय कर्मचारी , प्रगतिशील कृषक, नागरिकों के साथ 2 वर्ष 3 माह कार्य करने का अवसर मिला।

2019 की अतिवृष्टि , कोरोना का कहर, उपचुनाव की सरगर्मियां आदि परिस्थितियों को सफलतापूर्वक पार किया। शासन की अनेकों योजनाओं के क्रियान्वयन में प्रदेश में अग्रणी रहें। जिले में Agro tourism, Forest Tourism . Medical एवं Educational Hub को विकसित करने के लिए Space है। देश के सभी भागों से रेल , रोड से जिला जुड रहा है । हवाई यात्रा के लिए अधोसंरचना तैयार है , बस उड़ान लेने की देर है । में मंदसौर को आजीवन याद रखूगा। “माँ” ने मंदसौर की मिट्टी को पंसद किया। आप सभी के लिए मनोज हमेशा ‘पुष्प’ लेकर स्वागत, मदद के लिए हर पल तैयार रहेगा बस याद कीजिएगा।