कल यानी मंगलवार को भारत सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। भारत सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने का निर्णय लिया है। सरकार का यह निर्णय चौंकाने वाला है। खासतौर पर बिहार में कर्पूरी ठाकुर को ‘जननायक’ के नाम से जाना जाता है। कर्पूरी ठाकुर को बिहार में ‘गरीबों का मसीहा’ कहा जाता है। कर्पूरी ठाकुर ने बिहार में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण सुधार किए।
कर्पूरी ठाकुर सिर्फ बिहार ही नहीं संपूर्ण देश में काफी लोकप्रिय है। वह हमेशा जनसेवा के लिए तत्पर रहते थे। उन्होंने बिहार में दो बार मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया है। इस दौरान उन्होंने ‘बेगम रजिया’ और ‘महात्मा गांधी’ जैसी योजनाओं के तहत गरीबों को मुफ्त राशन, कपड़ा और मकान दिए।
इसी दौरान मध्यप्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने के निर्णय पर कहा कि बिहार के यशस्वी नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री ठाकुर ने पिछड़े वर्ग और वंचितों की लड़ाई में सामाजिक न्याय के माध्यम से महत्वपूर्ण योगदान दिया। स्व.श्री ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न के लिए दिए जाने का निर्णय लोकतंत्र को गौरवान्वित करने वाला है।
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि भारत सरकार ने पूर्व में भी देश की कई महान हस्तियों को उनके योगदान और उपलब्धियों के लिए भारत रत्न से सम्मानित किया है। श्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का निर्णय अद्वितीय एवं प्रेरणादायी कदम है। इससे लोकतंत्र के साथ-साथ भारत सरकार का मान बढ़ा है और वंचितों और पिछड़े वर्ग में विश्वास बढ़ेगा। उन्होंने साथ ही पीएम मोदी को धन्यवाद कहते हुए कहा कि इस निर्णय के लिए मैं प्रधानमंत्री श्री मोदी का हार्दिक अभिनन्दन करता हूं।