दिल्ली के बॉर्डर से शुरू हुए किसान आंदोलन को आज सिर्फ देश से ही विदेशों से में समर्थन मिल रहा है। आज किसान आंदोलन का 35 दिन है यानी इस अंदोलन को शुरू हुए 1 महीने से भी ज्यादा हो गया। अभी तक किसानों और सरकार के बीच 6 दौर की बैठक हो गई है, लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकला है। आज फिर सरकार ने 2 बजे से किसानों के साथ बैठक का आयोजन किया है, इस बैठक का सबसे बड़ा सवाल है कि क्या 35 दिन से जारी गतिरोध आज खत्म हो जाएगा?
किसानों की मांग है कि केंद्र द्वारा लागू किये इस कृषि कानून को वापस लिया जाये, उसके बाद ही यह आंदोलन खत्म हो सकता है। और सरकार ने किसानों के सामने अपनी बात रख दी है कि कि कानून वापस करना मुमकिन नहीं है। दोनों ही पक्ष अपनी अपनी बात पर बैठक के पहले से ही कायम है।
बीते दिन मंगलवार को किसानों द्वारा केंद्र को पत्र लिख कर आज होने वाली वार्ता का न्योता स्वीकार करने की औपचारिकता की। वहीं किसानों द्वारा एक बार फिर से कृषि कानूनों को रद्द करने और एमएसपी पर कानून बनाने की अपनी मांग दोहराई। हालंकि इस बार के पत्र में किसान संगठनों द्वारा प्रस्तावित एक प्रमुख शर्त का कोई स्पष्ट उल्लेख नहीं किया है, जिसमें कृषि कानून को वापस लेने की मांग की जानी थी।