इंदौर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प अनुसार समूचे देश में हर घर में नल द्वारा जल प्रदाय करने की योजना क्रियान्वित की जा रही है। गत दिवस विदेश से आए प्रतिनिधि मंडल ने इंदौर ज़िले के तिल्लौरखुर्द गाँव पहुंचकर इस मिशन के तहत हुए कार्यों को देखा और ग्रामीणों से चर्चा भी की। मौक़े पर उपस्थित लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री सी.के.उदिया ने बताया कि तिल्लौरखुर्द गाँव में 323.66 लाख रुपये की लागत से योजना क्रियान्वित की गई है।
इसके तहत पानी की टंकी बनायी गई है और हर घर में नल के द्वारा पेयजल आपूर्ति की जा रही है। इससे क्षेत्र के 1461 घरों में नल से जल पहुंच रहा है। क्षेत्र की 7369 जनसंख्या इससे लाभान्वित हो रही हैं। सरपंच प्रिया धर्मेन्द्र ठाकुर एवं गाँव के अन्य गणमान्य द्वारा प्रतिनिधि मंडल के पहुँचने पर उनका पुष्पहार एवं गीत संगीत के साथ स्वागत किया गया। विदेशी प्रतिनिधि मंडल इस स्वागत से अभिभूत नज़र आया।
मध्यप्रदेश में लाखों घरों में पहुंचा जल जीवन मिशन से पेयजल
• जल जीवन मिशन के तहत राज्य के सभी ग्रामीण परिवारों को कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से पीने का पानी उपलब्ध कराने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
• मिशन की शुरुआत में 13.53 लाख घरों (12.10%) को नल का पानी मिल रहा था। तब से अतिरिक्त 54.09 लाख घरों (55.01%) को नल का पानी उपलब्ध कराया गया है। 21 फरवरी 2024 तक मध्य प्रदेश के 67.62 लाख घरों (60.45%) को सीधे नल के माध्यम से पीने योग्य पानी मिल रहा है। शेष 44.76 लाख (40.01%) परिवारों के लिए योजनाएं क्रियान्वयन अधीन है।
• 26 हजार 261 गांवों (56.09 लाख परिवार) के लिए 17 हजार 166 करोड़ रुपये की एकल ग्राम योजनाएं स्वीकृत की गई हैं और लोक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रही हैं।
• इसी प्रकार 35 हजार 587 गांवों (75.45 लाख परिवारों) के लिए 62 हजार 439 करोड़ रुपये की लागत वाली 148 मल्टी ग्राम योजनाएं (एमवीएस) स्वीकृत की गई हैं और मध्य प्रदेश जल निगम द्वारा कार्यान्वित की जा रही हैं। स्वीकृत एमवीएस के 35 हजार 587 गांवों में से केवल थोक कनेक्शन के माध्यम से 11 हजार 618 गांवों में पेयजल आपूर्ति की जायेगी।
• 21 फरवरी 2024 तक 12.025 गांवों में 100% घरों में कनेक्शन और “हर घर जल गांव” के रूप में दर्ज किया गया है।
• प्रदेश के बुरहानपुर जिले को देश का पहला “हर घर जल प्रमाणित जिला” होने का गौरव प्राप्त हुआ। इस प्रमाणन के बाद निवाड़ी जिला “हर घर जल रिपोर्टेड जिला” भी बन गया है। इस प्रकार प्रदेश में 2 जिले क्रमशः बुरहानपुर एवं निवाड़ी “हर घर जल” जिले बन गये हैं।
• मध्य प्रदेश अपनी सभी जिला स्तरीय प्रयोगशालाओं के लिए “एनएबीएल प्रमाणन” प्राप्त करने वाला देश का पहला राज्य है।
• भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे “स्वच्छ जल सुरक्षा अभियान” में मध्य प्रदेश वर्तमान में देश में चौथे स्थान पर है।
• मध्य प्रदेश में सबसे अधिक स्रोतों (97%) को जियोटैग किया गया है और वर्तमान में यह देश में प्रथम स्थान पर है।