इंदौर: स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार तीन साल देश में नंबर 1 का ताज अपने नाम करने वाला इंदौर चौथी बार नंबर वन बनने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इसकी घोषणा करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चिउहान, कलेक्टर मनीष सिंह और निगमायुक्त प्रतिभा पाल मौजूद रहेंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषणा किए जाने से एक दिन पहले बुधवार को इंदौर नगर निगम की आयुक्त प्रतिभा पाल ने कहा, ‘हमें पूरा भरोसा है कि इंदौर के मेहनती सफाई कर्मियों, जागरूक नागरिकों और जन प्रतिनिधियों की मदद से हम लगातार चौथी बार स्वच्छ सर्वेक्षण में अव्वल रहेंगे और इस तरह सफाई का चौका लगाने का हमारा नारा साकार होगा।’
इस सफलता में शहर की जनता के अभूतपूर्व सहयोग, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, पूर्व महापौर कृष्णमुरारी मोघे, कैलाश विजयवर्गीय, उमा शशी शर्मा, मालिनी लक्ष्मणसिंह गौड, सांसद शंकर लालवानी, विधायकगण, पूर्व प्रभारी मुन्नालाल यादव, राजेन्द्र राठौर ,सन्तोषसिंह गौड व समस्त पार्षदगण , निगम अधिकारी व स्वास्थ विभाग व अन्य कर्मचारीगण, इंदौर की जागरुक मिडिया तथा तात्कालीन संकल्पवान आयुक्त मनीषसिंह, आशीषसिंह व आयुक्त प्रतिभा पाल की मेहनत को श्रेय जाता है।
एक समय था जब शहर में कचरा और गंदगी ने अपनी पहचान बना रखी थी। कचरा उसके निश्चित स्थान पर कम सड़को पर अधिक रहता था। ऐसे में 14 अगस्त 2011 में पहली बार तात्कालीन महापौर कृष्ण मुरारी मोघे के मार्गदर्शन मे मैने यह पाया कि घर घर से कचरा संग्रहण ही एकमात्र तरीका है जिसके माध्यम से जगह जगह कचरे व पन्नीयो के ढेर व उनके कारण कचरा बीनने वाली बाईयो, गाय , सूअर, कुत्ते आदि जानवरो का जमघट शहर मे जगह जगह लगा रह्ता था।ढेर से बचने के प्रयास मे वाहन दुर्घटना, बदबू,नाना प्रकार की बीमारी, मानसिक अवसाद से नागरिको मे चिढ़चिढापन आदि स्थाई स्वभाव बनते जा रहा था।ड्रैनेज लाईन,बैक लाईन ,नाले ,तालाब,नदी आदि कचरे से चोक व पटे रह्ती थे।
ऐसे मे इन सब समस्याओ का एकमात्र स्थाई समाधान घर-घर से कचरा संग्रहण व उसे व्यवस्थित रूप से ट्रेचिंग ग्राउंड तक पहुचाने का था। इस योजना मे सबसे बड़ी बाधा मे से एक सदियो से चली आ रही जागीरदारी व्यव्स्था थी। 14 अगस्त 2011 को A TO Z के साथ मिलकर मेरे आग्रह पर श्री मोघे जी ने मेरे वार्ड 47 तिलकनगर क्षेत्र मे इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप मे अनुमती प्रदान की थी। कई प्रकार की अड़चने आई। लेकिन तिलकनगर, बखतावर राम नगर, महावीर नगर, गोयल नगर, वन्दना नगर क्षेत्र ,साईनाथ कॉलोनी , संविदनगर क्षेत्र आदि मे विभिन्न रहवासी संघ व निगम कर्मचारी/अधिकारीगण से लगातार सम्पर्क व समन्वय बनाकर सतत 9 माह डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण का कार्य किया गया।
वर्षो पुरानी जागीरदारी प्रथा को समाप्त कर डोर-टू-डोर बचरा कलेक्शन का कार्य आसान नहीं था। कई विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हमारी टीम के अथक प्रयास सफल हुए। क्षेत्र कचरे की बड़ी बड़ी पेटी रहित हो गया। कल्पना से परे आये परिणाम ने सबको आशा से भर दिया था। कई प्रकार के कठोर निर्णय भी लेने पड़े ।मेरे द्वारा मोघेजी के मार्ग दर्शन मे डोर टू डोर कचरा संग्रहण योजना हेतु बजट 2012-13 मे 200 लाख,2013-14 मे 300लाख व बजट 2014-15 हेतु रू 800 लाख का प्रावधान रखा गया था। इन सफल प्रयासों से मोघेजी के कार्यकाल में इंदौर स्वच्छता सर्वेक्षण मे देश के शहरों की सूची में 268 वें स्थान से 25 वें नंबर पर आ पहुँचा था।
2 अक्टूबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वयं हाथ मे झाडू पकड जबरदस्त मोटीवेशन व सपोर्ट सिस्टम के साथ देश से स्वच्छता का आव्हान कर अभियान चलाया गया था। मै डोर टू डोर योजना के पीछे लगातार लगा रहा।परिणाम स्वरुप नई परिषद मे मेरे नवीन वार्ड क्र 42 व पार्षद भारतजी पारीख के वार्ड 71 मे इन्दौर को स्वच्छ बनाने का संकल्प ले चुकी महापौर मालिनी गौड़ व तात्कालीन आयुक्त मनीष सिंह ने दृढता के साथ सायकल के द्वारा घर घर से कचरा संग्रहण का कार्य प्रारंभ किया । मेरे विरुद्द योजना को ना चाहने वालो ने थाने व न्यायालय मे प्रकरण भी दर्ज किये।
महापौरमालिनी लक्ष्मणसिंह गौड व तात्कालीन आयुक्त मनीष सिंह की दृढ़निश्चई योजना व कठोर परिश्रम तथा हमारे समस्त जनप्रतिनिधियो की प्रेरणा व जनता द्वारा सफाई व्यव्स्था को अंगीकार करने से इन्दौर शहर ने देश मे नंबर 1 के पायदन पर अपनी जगह बनाई और लगातार तीन वर्षो से शीर्ष पर कायम है। तात्कालीन आयुक्त आशीषसिंहजी ने अपने अधीनस्थ के साथ स्वच्छता सर्वेक्षण मे ना केवल न 1 का श्रेय बनाये रखा बल्कि एक कदम आगे 5 स्टार रेटिंग प्राप्त कर इन्दौर को देश के अग्रणी शहरो मे सम्मिलित कर लिया।