इंदौर. शहर में समाज सेवा के लिए अलग-अलग संस्थाएं कार्यरत है इसमें श्री निस्वार्थ कल्याणम सेवा समिति एक ऐसी संस्था है जो कई क्षेत्रों में समाज सेवा में कार्यरत है। वहीं संस्था द्वारा बेसहारा, बीमार, बुजुर्ग और जरूरतमंदों के लिए निशुल्क निःस्वार्थ अन्नम प्रसादम सेवा की शुरुआत की गई है। संस्था द्वारा गरीबों को घर पर भोजन पहुंचाया जाता है ताकि कोई भी भूखा ना रहें। निस्वार्थ भाव से गरीबों को भोजन देने का यह सफर कोविड के दौरान शुरू हुआ। कोविड के दौरान जब लोगों को खाने से संबंधित समस्या हो रही थी उस दौरान संस्था द्वारा कई मजबूर लोगों के भोजन की व्यवस्था की गई थी जिस वजह से कई लोगों को उस महामारी के दौर में भूखा नहीं रहना पड़ा।
कोविड के दौरान शुरू हुआ सफर अभी तक ही निरंतर जारी
कोविड खत्म होने के बाद भी संस्था का यह सफर निरंतर रूप से चलता रह। जिसमें कई समाजसेवियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया वही दम्मानी परिवार के सहयोग से इस कार्य को बढ़ाने में और ज्यादा मदद मिली है।संस्था द्वारा गरीब,असहाय, 60 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग, विकलांग लोगों को भोजन की व्यवस्था करवाई जाती है। समिति ने अपना एक व्हाट्सएप नंबर 94254 77136 और 90098 87796 भी जारी किया है।जब असहाय लोग संपर्क करते हैं तो समिति द्वारा उन लोगों की जानकारी एकत्रित की जाती है और सर्वे के बाद उनके भोजन की व्यवस्था करवाई जाती है। वहीं संस्था द्वारा बताया गया कि ऐसे कई लोग मिलते हैं जो आर्थिक रूप से तो सक्षम होते हैं लेकिन बना नहीं पाते इस वजह से उनके लिए दूसरी व्यवस्था करवाई जाती है। साथ ही आर्थिक रूप से सक्षम लोगों को कुछ समय के लिए लगने वाले भोजन के लिए भी टिफिन सेंटर वालों से कनेक्ट करवा दिया जाता है जिससे उन्हें आर्थिक मदद मिलती है।
पौष्टिक भोजन के साथ साथ फल फ्रूट और अन्य आइटम भी किए जाते हैं वितरित
संस्था द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए पौष्टिक भोजन जरूरी है इसी को ध्यान में रखते हुए नियमित रूप से जरूरतमंदों को पौष्टिक रूप से भरपूर भोजन दिया जाता है। जिसमें रोटी, सब्जी, दाल, चावल, अचार सलाद, पापड़ दिए जाते हैं। वहीं समय-समय पर फल फ्रूट और अन्य सामग्री वितरण की जाती है। संस्था के सदस्यों और अन्य लोगों द्वारा जन्मदिवस और अन्य आयोजनों पर जरूरतमंदों के लिए फल फ्रूट, बिस्किट और अन्य आइटम की व्यवस्था की जाती है जो उन तक पहुंचाया जाता है। इन जरूरतमंदों तक टिफिन पहुंचाने के लिए पहुंचाने कई समाजसेवी जुड़े हैं जो अपने प्रतिष्ठान या जॉब पर जाने के दौरान टिफिन सेंटर से टिफिन उठाकर इन गरीबों तक पहुंचा देते हैं वही चार पांच लोग संस्था द्वारा टिफिन डिलीवरी के लिए रखे गए हैं। टिफिन हर क्षेत्र में एक निश्चित स्थान पर पहुंचा दिए जाते हैं वहां से यह टिफिन वितरित किए जाते हैं। कई बार इमरजेंसी और अन्य कारणों से जब टिफिन तैयार नहीं हो पाते हैं तो संस्था से जुड़े सदस्य खुद अपने व्यय पर अपने क्षेत्र के भोजनालय से खाना खरीद कर गरीबों तक पहुंचाते हैं ताकि वह भूखे ना रहे।
दो शिफ्ट में अलग-अलग स्थानों पर पहुंचाया जाता है भोजन
यह भोजन संस्था द्वारा दो शिफ्ट में पहुंचाया जाता है जिसमें सुबह 11 बजे से 1 बजे तक इंदौर के पूर्वी क्षेत्र जिसमें गीता भवन, मालवा मिल, कंचन बाग, परदेसीपुरा, रीगल, पलासिया, साउथ तुकोगंज शामिल है। वहीं शाम के समय में भोजन इंदौर के पश्चिम क्षेत्र मैं शाम 7 बजे से 9 बजे तक पहुंचाया जाता है जिसमें मधु मिलन, छावनी, सपना संगीता, शंकरगंज, नव, सिंधी कॉलोनी, खातीवाला टैंक, भवर कुआं, कलेक्ट्रेट, महू नाका क्षेत्र शामिल है। संस्था द्वारा लगभग 200 टिफिन रोजाना पहुंचाए जा रहे हैं। इस संस्था से मदद प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप पर नाम पता व आधार कार्ड भेजना होता है जिसके बाद संस्था द्वारा जांच की जाती है ताकि जरूरतमंद तक ही भोजन पहुंचे।
समिति द्वारा निःस्वार्थ भाव से यह भी सेवा कार्य किए जाते हैं
इसी के साथ समिति द्वारा सूर्यास्त बाद श्रीजी शरण होने पर घर पर ही ( कोल्ड मरच्यूरी ) शीत शव पेटी की व्यवस्था,सबसे पहले नेत्रदान , देहदान ,त्वचादान के लिये पारिवारिक मंजूर, परिजनों से सम्पर्क कर अंतिम क्रिया का समय फायनल और सूचना प्रसारण, शव वाहन की व्यवस्था, पंचक देखना, सामान ( मारोठिया ) बेंड व्यवस्था महूनाका, बैकुंठी + फूल व्यवस्था, नाई व्यवस्था पंडित जी 12 दिन, गुलाल लगवाना, मुक्तिधाम कंडे की व्यवस्था एवं आधार कार्ड से मृतक की सभी जानकारी रजिस्टर में करना शामिल है। वही समिति द्वारा फोटो बनवाना – बारहवें की पत्रिका बनवाना, उठावने की जगह, उठावने का मैसेज बनाना और भेजना, न्यूज पेपर उठावना लगवाना, नियमित बैठक का समय, गरुड़ पुराण की व्यवस्था समय पंडित जी की व्यवस्था, नाथ के भोजन की व्यवस्था, हरिद्वार अस्थि विसर्जन, उज्जैन में 10 वा और 11 वा पंडित जी, 12 वे की धर्मशाला और भोजन, शैया दान की सामग्री ( किसी गरीब को दिलवाना ), दाग वाले दिन भोजन व्यवस्था घर की, गौशाला में घास व्यवस्था 12 दिन के लिये, तीसरे दिन अस्थि संचय की सामग्री , नर्मदा जी भस्मी भेजने की व्यवस्था, उठावने में दिया ,घी , बत्ती अगरबत्ती , स्टैंड , सफेद चद्दर या कालीन, गुलाब माला , फूल , ज्वार बाजरा 2 धामे स्टील के बड़े और अन्य व्यवस्था की जाती है।