कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एक महिला डॉक्टर ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके अनुसार, एक पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ छेड़छाड़ की गई, फिर उसकी हत्या कर दी गई। इस मामले में एक लड़की के शामिल होने का दावा भी किया गया है। आरोप है कि इस साजिश में कॉलेज के प्रिंसिपल, एक वरिष्ठ डॉक्टर, और संबंधित विभाग के प्रमुख शामिल थे।
सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो क्लिप
बीजेपी के राष्ट्रीय सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रभारी अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक ऑडियो क्लिप साझा की है, जो वायरल हो गई है। इस क्लिप में महिला डॉक्टर ने प्रिंसिपल और अन्य स्टाफ पर प्रशिक्षु डॉक्टरों को निशाना बनाकर भ्रष्टाचार और अपशब्द का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इन डॉक्टरों द्वारा मनमर्जी से काम करवाया जाता है और थीसिस जमा करने के लिए छात्रों को परेशान किया जाता है।
मेडिकल कॉलेज स्टाफ पर गंभीर आरोप
महिला डॉक्टर ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्रिंसिपल और विभागाध्यक्ष विभिन्न बहानों से छात्रों से पैसे वसूलते हैं। वे छात्रों को धमकी देते हैं कि अगर पैसे नहीं दिए तो थीसिस जमा नहीं करेंगे, इंटर्नशिप का प्रमाणपत्र नहीं देंगे और मेडिकल रजिस्ट्रेशन भी नहीं मिलेगा। विशेष रूप से संदीप घोष का नाम लिया गया है, जिन्होंने इस घोटाले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सेक्स और ड्रग रैकेट के आरोप
महिला डॉक्टर ने दावा किया कि इस समूह द्वारा सेक्स और ड्रग रैकेट चलाया जा रहा था। बेची जाने वाली दवाओं में हेरोइन, ब्राउन शुगर और नुस्खे के रूप में पैक की गई कम लागत वाली दवाएं शामिल थीं। इसके लिए करोड़ों रुपये के टेंडर जारी किए गए, जिसका बड़ा हिस्सा पार्टी फंड में चला गया।
पीड़िता की परेशानियों का खुलासा
पीड़िता, एक प्रशिक्षु डॉक्टर, को लगातार अपनी थीसिस जमा करने के लिए धमकियाँ मिल रही थीं। महिला डॉक्टर के मुताबिक, पीड़िता की मृत्यु से छह महीने पहले उसे विभाग प्रमुखों और वरिष्ठ पीजीटीएस के निर्देश पर लगातार रात की ड्यूटी पर रखा गया था। महिला डॉक्टर ने इस बात का खुलासा किया कि उन्हें आरजी कर घटना के बारे में डॉक्टर दोस्तों से पता चला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में जबरन वसूली की प्रथाएं व्याप्त हैं।
अवैध धन और भ्रष्टाचार
ऑडियो में बताया गया है कि इन अवैध गतिविधियों से दवा निर्माता कंपनियों से करोड़ों रुपये वसूले गए, जो पार्टी फंड में भेजे गए। यह सिस्टम में गहरे भ्रष्टाचार का संकेत देता है और लोगों में आक्रोश पैदा कर रहा है। महिला डॉक्टर के खुलासे ने चिकित्सा संस्थानों में सुरक्षा और नैतिकता को लेकर गंभीर चिंताओं को जन्म दिया है।