कोरोना वैक्सीन को लेकर लगातार सियासत जारी है। वहीं वैक्सीन को लेकर अब राष्ट्रीय जनता दल नेता और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने हाल ही में ये मांग की है कि कोरोना की वैक्सीन को सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद लगवाएं। इसके बाद ही हम लोग लगवाएंगे। इस बात पर अब कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि इससे पहले समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव और कांग्रेस के कई नेता भी वैक्सीन पर सवाल उठा चुके हैं।
इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि वैक्सीन बीजेपी की है और इसे मैं नहीं लगवाऊंगा, क्योंकि मुझे बीजेपी पर भरोसा नहीं है। वहीं उन्होंने आगे कहा कि जो सरकार ताली और थाली बजवा रही थी, वो वैक्सीनेशन के लिए इतनी बड़ी चेन क्यों बनवा रही है। ताली और थाली से ही कोरोना को भगवा दें। बता दे, उन्होंने ने ट्वीट कर लिखा है कि मैं अभी कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं लगवाऊंगा। मैं बीजेपी की वैक्सीन पर कैसे भरोसा कर सकता हूं। जब हमारी सरकार बनेगी तो सभी को मुफ्त वैक्सीन मिलेगी।
हम बीजेपी की वैक्सीन नहीं लगवा सकते हैं। इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने ट्वीट कर लिखा है कि भारत बायोटेक पहले दर्जे की कंपनी है, लेकिन ये हैरान करने वाला है कि इसकी वैक्सीन कोवैक्सीन के लिए फेज-3 के ट्रायल से जुड़े अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत प्रोटोकॉल संशोधित किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन जी को स्थिति स्पष्ट करना चाहिए। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने भी कहा कि कोवैक्सीन ने अभी तीसरे फेज का ट्रायल भी पूरा नहीं किया है। वक्त से पहले मंजूरी जोखिम भरा हो सकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय को स्थिति साफ करनी चाहिए। ट्रायल से पहले वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगे।