भारतीय पुलिस सेवा के 1994 बैच के वरिष्ठ आईपीएस को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, आईपीएस के दस ठिकानों पर कल सुबह एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने कार्रवाई कर छापेमारी की थी। जानकारी के अनुसार, जीपी सिंह के बड़े लेन-देन और शेल कंपनियों ने निवेश करके मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत मिले हैं। इसके अलावा ACB को ओडिशा में बेहिसाब बेनामी संपत्ति के सबूत मिले हैं। इसी दौरान जांच के बाद भ्रष्टाचार के मामले में जीपी सिंह पर FIR दर्ज कर ली गई है।
एंटी करप्शन ब्यूरो की इस कार्रवाई से छत्तीसगढ़ के पुलिस और प्रशासनिक दफ्तरों में हड़कंप मच गया हैं। ACB की कार्रवाई अभी भी जारी है और उनके घर से मिली तमाम फाइलों और कम्प्यूटर-लैपटॉप को ध्यान से देखा जा रहा हैं। बता दें, यह जानकारी जांच दल की तरफ से आधिकारिक रूप से दी गई है। इस खबर के बाद सियासी, प्रशासन और पुलिस महकमे में कई तरह की चर्चाएं चल रही है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आईपीएस जीपी सिंह छत्तीसगढ़ में कई रेंज के आईजी, एसपी और अन्य महत्वपूर्ण पदों को संभाल चुके हैं। इसके पहले वे मध्यप्रदेश में भी कई जिलों के एसपी रह चुके हैं।