इंदौर 5 सितम्बर, 2020
संभाग के सभी ज़िलों में फीवर क्लीनिक को सुदृढ़ बनाया जाए। इन को सुचारु रूप से संचालित किया जाए। होम क्वारंटाइन अथवा संस्थागत क्वारंटाइन में रखे जाने वाले कोविड मरीज़ों की सतत् निगरानी हो। अस्पतालों में भर्ती अलाक्षणिक मरीज़ों को गाइडलाइन के अनुसार डिस्चार्ज किया जाए ताकि गंभीर एवं लाक्षणिक मरीज़ों का अस्पताल में उपचार हो सके। ऐसे डिस्चार्ज किए जाने वाले मरीज़ों के घर पर उपचार की सतत् निगरानी रखी जाए। यह निर्देश आज संभागायुक्त इंदौर डॉ. पवन कुमार शर्मा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा आयोजित कलेक्टर कान्फ्रेंस में दिए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में संभाग के सभी ज़िलों के कलेक्टर उपस्थित थे।
संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने बैठक में कहा कि अब लॉकडाउन का समय समाप्त हो गया है। सामाजिक मेलजोल एवं आवागमन बढ़ गया है। ऐसी परिस्थिति में वायरस के प्रसार की संभावना भी अधिक हो गई है। हम इसे सोशल डिस्टेंसिंग के अनुशासन और मास्क के प्रभावी उपयोग से ही रोक सकेंगे। ऐसी परिस्थिति में मास्क का उपयोग किया जाना क़ानूनी दृष्टि से भी सक्षम बनाएँ। इस संबंध में संभागायुक्त ने खंडवा कलेक्टर अनय द्विवेदी द्वारा मास्क ना पहनने पर खंडवा में बड़े पैमाने पर लगाए गए फ़ाइन का ज़िक्र किया और कहा कि मास्क के संबंध में जागरूकता के लिए यह ज़रूरी है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कलेक्टर इंदौर मनीष सिंह ने सार्थक एप के नए फ़ीचर की जानकारी दी और कहा कि इंदौर में इस एप का अच्छा उपयोग हो रहा है। होम आइसोलेशन में भी मरीज़ों को रखकर उनकी बेहतर निगरानी संभव हो रही है। कलेक्टर बुरहानपुर प्रवीण सिंह ने बैठक में बताया कि बुरहानपुर में मुख्य रूप से कोरोना संक्रमण पड़ोसी जलगांव और रावेर क्षेत्र से हो रहा है। ऐसी परिस्थिति में अंतरराज्यीय सीमा पर प्रभावी रोक से हम कोरोना संक्रमण का प्रसार बाधित कर रहे हैं। अलीराजपुर ज़िले में प्रतिदिन 300 सैंपलिंग होने की जानकारी बैठक में दी गई। कलेक्टर बड़वानी शिवराज सिंह वर्मा ने बैठक में बताया कि जिन कोविड मरीज़ों को घर में रहकर उपचार दिया जा रहा है, उनका घर से बाहर नहीं निकलना सुनिश्चित किया जा रहा है। कलेक्टर धार आलोक सिंह ने बैठक में बताया कि धार ज़िले में ब्लॉक मुख्यालय के अस्पतालों को भी सुदृढ़ बनाया जा रहा है। जिला अस्पताल में भी पृथक से आईसीयू बनाए जा रहे हैं। कुक्षी के अस्पताल में भी आईसीयू बनाने की तैयारी की जा रही है है। कलेक्टर खरगोन अनुग्रह पी ने बताया कि खरगोन ज़िले में ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना का प्रसार प्रशासन के लिए चुनौती है। अब लगभग 50 प्रतिशत कोविड मरीज़ ग्रामीण क्षेत्रों से आ रहे हैं।
संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने निर्देश दिए के ग्रामीण अंचल में मास्क की जागरुकता और उपलब्धता बढ़ाया जाना सुनिश्चित करें। संभागायुक्त ने बैठक में क़ानून व्यवस्था, मिलावट खोरी और कालाबाज़ारी की भी समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए की मिलावट करने वाले और कालाबाज़ारी करने वाले आदतन लोगों की सूची बनाएँ और इनके ख़िलाफ़ पुख़्ता कार्यवाही सुनिश्चित करें।
संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा ने बैठक में प्रधानमंत्री पथ विक्रेता योजना का ग्रामीण क्षेत्रों में भी लाभ दिलाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वसहायता समूह की महिलाओं को रोज़गार से जोड़ने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिला स्वसहायता समूह के माध्यम से अपनी एक पहचान क़ायम करें। प्रत्येक ज़िले में “एक जिला एक पहचान” योजना के तहत एक कार्यक्षेत्र का चिन्हांकन किया जाए। कलेक्टर धार ने बताया कि धार ज़िले में बाग़ प्रिंट को बढ़ावा दिया जा रहा है। खंडवा कलेक्टर अनय द्विवेदी ने बताया कि ज़िले में जैविक खाद और जैविक कीटनाशक को बढ़ावा दिया जा रहा है। वहीं बुरहानपुर कलेक्टर द्वारा बताया गया कि वहाँ केला उत्पाद और उसके सहायक उत्पादों पर काम किया जा रहा है।