इंदौर जिले में फीवर क्लीनिकों को मिली सफलता, 70 दिनों में एक लाख से अधिक मरीज पहुंचे

Akanksha
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Fever Clinic

इंदौर: कोरोना की रोकथाम एवं उस पर प्रभावी नियंत्रण के लिये जिला प्रशासन द्वारा योजनाबद्ध रूप से विभिन्न स्तरों पर शुरूआती दौर से ही अब तक लगातार सफलता पूर्वक कार्य किया जा रहा है। इसके सकारात्मक परिणाम भी निरंतर सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में जिले में सर्दी, खाँसी, बुखार, श्वास लेने में दिक्कत वाले मरीजों के परीक्षण एवं इलाज के लिये फीवर क्लीनिक स्थापित किये गये हैं। इन्हें आशातित सफलता मिल रही है। स्थापना से लेकर अब तक लगभग विगत 70 दिनो में फीवर क्लिनिक तक पहुंचने वाले मरीजों की संख्या एक लाख से ऊपर हो गई है। इनका परीक्षण किया गया। सर्दी, खांसी, बुखार आदि होने पर उनका आवश्यकता के अनुसार इलाज भी किया गया।
कलेक्टर मनीष सिंह के मार्गदर्शन में शहर में 44 फीवर क्लीनिक संचालित किए जा रहे हैं। फीवर क्लिनिको के माध्यम से चिकित्सकीय सुविधा ले चुके व्यक्तियों का आंकड़ा एक लाख के पार हो गया है। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीज़ों को इलाज उपलब्ध कराने के उद्देश्य से खोले गए फीवर क्लीनिकों से अब तक एक लाख दो हजार 829 व्यक्ति लाभान्वित हो चुके हैं। फीवर क्लीनिक में आये व्यक्तियों में से 238 मरीजों की सर्दी, खांसी, बुखार तथा श्वांस लेने की दिक्कत वाले (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेट्री इनफेक्शन) मरीज के रुप में की गई। इसी तरह 4 हजार 843 मरीज सर्दी, खांसी, बुखार (इनफ्लुएंजा लाइक इलनेस) के मिले। इन सभी का इलाज किया गया।
कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देशानुसार फ़ीवर क्लिनिकों का संचालन मई के अंतिम सप्ताह से शुरू किया गया था। ‍सिविल सर्जन डॉ. संतोष वर्मा ने बताया कि रोज़ाना प्रातः 9 बजे से दोपहर चार बजे तक संचालित हो रही इन क्लिनिकों के माध्यम से अब तक कुल 3 हजार 953 मरीज़ों को होम आइसोलेट किया गया है। उल्लेखनीय है कि फीवर क्लीनिकों में अब तक कुल एक हजार 422 डायबिटिक, एक हजार 812 हाइपरटेंशन, 215 सीओपीडी, 115 कार्डियक ऐल्मेंट तथा 7 हजार 403 गर्भवती महिलाएं चिकित्सकीय परामर्श लेने पहुंचे हैं। फीवर क्लिनिकों के माध्यम से कोविड-19 संक्रमण के संदिग्ध व्यक्तियों को भी लगातार अस्पताल रेफ़र किया जा रहा है। जिससे संक्रमण को रोकने में सहायता मिल रही है, साथ ही संबंधित व्यक्तियों को सही समय पर इलाज भी मिल रहा है। अब तक कुल एक हजार 155 संदिग्ध मरीजों को अस्पताल रेफर किया गया है तथा 4 हजार 12 व्यक्तियों का सैंपल लिया गया है। उल्लेखनीय है कि, कोविड-19 संक्रमित व्यक्तियों का पता लगाने तथा उनका सैंपल लेकर सही उपचार कराने में फीवर क्लिनिको की अहम भूमिका है।
बताया गया कि जिले में कुल 43 फीवर क्लीनिक स्थापित हैं। इनमें से 19 फीवर क्लीनिक इंदौर शहरी क्षेत्र में तथा शेष 25 फीवर क्लीनिक इंदौर ग्रामीण क्षेत्र हैं। इंदौर शहर मंी मल्हारगंज पॉली क्लीनिक, प्रेम कुमारी देवी चिकित्सालय, शिवाजी नगर, बाणगंगा, सुभाष नगर, समाजिक न्याय परिसर, अरनिया डिस्पेंसरी, निरंजनपुर, मांगीलाल चुरिया चिकित्सालय, खजराना, बड़ी ग्वालटोली, जूनी इन्दौर, राजेन्द्र नगर, सुदामा नगर, एमओजी लाईन्स डिस्पेसरी, बाबू मुराई, शिवकण्ठ नगर, भंवरकुआ डिस्पेंसरी तथा बिचौली हप्सी में फीवर क्लीनिक हैं।
इसी तरह ग्रामीण क्षेत्र में मानपुर, भगोरा, हसलपुर, कोदरिया, सिमरोल, गवली पलासिया, हरसोला, सिविल हास्पीटल महू, देपालपुर, बेटमा, अटाहेडा, धन्नड़, गौतमपुरा, जलोदियाज्ञान, पलासियापार, हातोद, पिवड़ाय, कम्पेल, तिल्लोरखुर्द, सांवेर, डकाच्या, शिप्रा, कुड़ाना, चन्द्रावतीगंज तथा पालिया में फीवर क्लीनिक सफलता पूर्वक संचालित किये जा रहें हैं।