त्यौहार : विशिष्ट योगों के बीच कई स्थानों पर आज जबकि ब्रज में कल मनाई जाएगी जन्माष्टमी, धूमधाम से होगा नंदलाला का स्वागत

Shivani Rathore
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भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मध्य रात्रि में 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का जन्म माता देवकी के गर्भ से हुआ था हुआ था। श्रीकृष्ण का अवतरण दिवस जन्माष्टमी (Janmashtami) महापर्व के रूप हमारे भारत देश सहित पूरी दुनिया में हर्षोल्लास से मनाया जाता है। इस वर्ष जन्माष्टमी की तिथि को लेकर कुछ संशय बना हुआ है, जिसकी वजह से कई स्थानों पर आज तो ब्रज (Braj) क्षेत्र में कल 19 अगस्त को जन्माष्टमी महापर्व मनाया जाएगा । ज्योतिषविदों के अनुसार इस वर्ष जन्माष्टमी तिथि 18 अगस्त को रात 09 बजकर 20 मिनट से लेकर अगले दिन यानी 19 अगस्त को रात 10 बजकर 59 मिनट तक रहेगी।

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बन रहे हैं शुभ योग

इस वर्ष जन्माष्टमी पर कई विशिष्ट योगों का निर्माण हो रहा है। अभिजीत मुहूर्त, वृद्धि योग, ध्रुव योग, अमृत काल और निशीथ काल आदि शुभ योगों के मध्य आज जन्माष्टमी का महापर्व मनाया जाएगा। इन सभी शुभ योगों के बीच आई जन्माष्टमी पर पवित्र मन से भगवान श्रीकृष्ण और भगवती देवी राधारानी का ध्यान और पूजन करने से श्रीश्यामश्याम की विशिष्ट कृपा प्राप्त होती है।

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