भारतीय उपभोक्ताओं में स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरूकता के बीच, साबु ट्रेड, सेलम के शुद्ध और ग्लूटेनमुक्त फरियाली उत्पादों को बाजार में जबरदस्त सराहना मिल रही है। कम्पनी के निदेशक विकास साबु ने बताया कि भारतीय परंपरा में साबूदाना का उपयोग लंबे समय से व्रत, उपवास, पाचन को संतुलित रखने और बच्चों के भोजन में किया जाता रहा है।
तमिलनाडु स्थित प्रमुख साबूदाना उत्पादक मंडी, सेलम में साबु ट्रेड ने वर्ष 1984 में ‘सच्चामोती’ नाम से उच्च गुणवत्ता वाला साबूदाना छोटे उपभोक्ता पैक में बेचना शुरू किया। गुणवत्ता में अपनी विशेष पहचान बनाने के कारण वर्ष 1993 में सच्चामोती साबूदाना भारत का पहला एगमार्क प्रमाणित साबूदाना बना। इस प्रमाणन ने इसे न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी ग्राहकों का भरोसेमंद ब्रांड बना दिया।
साबु ट्रेड ने वर्ष 2016 में ‘सच्चासाबु एगमार्क साबूदाना’ नामक नया ब्रांड लॉन्च किया, जो ग्राहकों को और भी बेहतर गुणवत्ता देने के उद्देश्य से तैयार किया गया था। इसके अलावा, कंपनी ने ग्लूटेनमुक्त फलाहारी उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला में साबूदाना-पापड़, सच्चासाबु फरियाली आटा और अल्पाहार ब्रांड में शुद्ध हल्दी पाउडर, नारियल बूर्रा, मखाना तथा कुकरीजाँकी ब्रांड में विभिन्न प्रकार के पोषक मिलेट्स (श्रीधान्य) जैसे उत्पाद भी छोटी उपभोक्ता पैकिंग में उच्च गुणवत्ता और शुद्धता के साथ बाजार में उपलब्ध कराये हैं।
साबु ने बताया कि आज जागरूक ग्राहक शुद्धता और गुणवत्ता को सबसे ऊपर मानते हैं और साबु ट्रेड के उत्पाद उन्हें वही भरोसा दिलाते हैं। कम्पनी का ‘साबु’ ट्रेडमार्क रजिस्टर्ड लोगो आज उपभोक्ताओं के बीच शुद्धता और विश्वास का पर्याय बन चुका है जो हर पैक में गुणवत्ता की गारंटी देता है।
साबु ट्रेड के सच्चामोती एगमार्क साबूदाना मात्र नहीं, बल्कि अन्य सभी उत्पाद भी आज पूरे भारत में और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी विश्वसनीयता और गुणवत्ता से उपभोक्ताओं का दिल जीत रहे हैं।