नई दिल्ली: कृषि बिल के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हो रहा है। पंजाब से लेकर बिहार तक, किसान सड़कों पर है। पंजाब और बिहार में संसद में पारित इस बिल के खिलाफ सनसे ज्यादा प्रदर्शन हो रहा है। यहां रेलवे ट्रैक पर भी प्रदर्शन हुआ और सड़कों पर भी चक्का जाम किया गया।
इसके अलावा दक्षिण भारत में भी कई जगहों पर प्रदर्शन देखने को मिले। गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि विधेयकों के खिलाफ शुक्रवार को भारत बंद बुलाया गया था। इस दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों में किसान सड़कों पर उतरे और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
बंद के दौरान किसान संगठनों को कांग्रेस, RJD, समाजवादी पार्टी, अकाली दल, AAP, TMC समेत कई पार्टियों का साथ भी मिला। RJD नेता तेजस्वी यादव ने कृषि बिल के खिलाफ ट्रैक्टर रैली निकाली है। इस दौरान तेजस्वी ने कहा कि कृषि बिल किसान विरोधी है। उन्होंने मोदी सरकार पर कृषि क्षेत्र को कॉर्पोरेट के हाथों में देने का आरोप भी लगाया।
इससे पहले पंजाब में तीन दिवसीय रेल रोको अभियान की शुरुआत गुरुवार से ही हो चुकी है। किसान रेलवे ट्रैक पर डटे हुए हैं और केंद्र सरकार से बिल को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। हरियाणा के किसानों ने भी सरकार के खिलाफ जगह-जगह प्रदर्शन किया।
दरअसल, इस बिल पर किसानों की असली चिंता MSP और कृषि मंडियों को लेकर है। उन्हें डर है कि नए बिल के प्रावधानों की वजह से कृषि क्षेत्र पूंजीपतियों और कॉर्पोरेट घरानों के हाथों में चला जाएगा। कुछ संगठन और सियासी दल चाहते हैं कि MSP को बिल का हिस्सा बनाया जाए ताकि अनाज की खरीदारी न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे ना हो।