शिवराज सरकार आते ही वापस संकट के घेरे में किसान, हम चुप नहीं बैठेंगे – पूर्व CM कमलनाथ

Mohit
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kamalnath

भोपाल :पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने बताया कि आज मध्यप्रदेश का किसान विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है। हमारी सरकार की किसान कर्जमाफी योजना बंद होने के बाद से जहां किसानों के ऊपर फिर से बढ़ते क़र्ज़ का बोझ आ गया है ,वहीं बेमौसम बारिश और ओला वृष्टि ने खड़ी एवं पकी फसलों को काफ़ी नुक़सान पहुँचा है।

भिंड ज़िले में व्यापारियों द्वारा सरसो की क़ीमत एक दिन में 1200 रूपये प्रति क्विंटल कम करने की घटना हो या फिर गेहूँ की एमएसपी 1975 रूपये प्रति क्विंटल निर्धारित होने के बावजूद किसानों को औसतन 1700 रूपये प्रति क्विंटल की क़ीमत मिलने की बात हो, शिवराज सरकार में आज हर जगह किसान ठगा जा रहा है।

सरकार चना, मसूर और सरसो का उपार्जन लगातार टाल रही है, वहीं गेहूं की कम क़ीमत मिलने से किसानों को पिछले 20 दिनों में ही करोडो का नुक़सान हुआ है। शिवराज सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल में तीन बार ओला वृष्टि से किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी है, जबकि ये सरकार अब तक पहली बार की ओला वृष्टि से किसानों को हुये नुक़सान का ही सर्वे तक नहीं करा पाई है।

एक तरफ़ मोदी सरकार अपने तीन काले क़ानूनों से किसानों को बर्बाद करने की गहरी साज़िश रच चुकी है ,वहीं मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार की अनदेखी से प्रदेश के किसानों को अपनी उपज का न सही मूल्य मिल रहा हैं, न मुआवज़ा मिल रहा है, न समय पर उपार्जन हो रहा है और न ही अधिकारी किसानों के हित में जारी योजनाओं का क्रियान्वयन सही ढंग से करा पा रहे हैं। कई जगह व्यापारी ,किसानों की करोड़ों की उपज लेकर चंपत हो चुके हैं, तो प्रदेश के कई ज़िलों में कृषि उपज मंडी में ताला लगने की तैयारी हो चुकी है।

नाथ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा किसानों के हितों और अधिकारों की रक्षा की लड़ाई लड़ी है और इस बार भी हम मध्यप्रदेश के किसानों को शिवराज सरकार के हाथों प्रताड़ित नहीं होने देंगे।

हमने किसानों की सभी तरह की समस्याओं के निराकरण के लिये मध्यप्रदेश कांग्रेस कार्यालय में एक राज्य स्तरीय किसान कॉल सेंटर स्थापित करने का निर्णय लिया है।
प्रदेश के किसान भाई इस कॉल सेंटर में फ़ोन करकर अपनी समस्या हमें बता सकते हैं, समस्या दर्ज करा सकते है।हम किसानों की समस्याओं के निराकरण के लिये सरकार से बात करेंगे और किसानों को उनका हक़ और अधिकार दिलाने की लड़ाई सड़क से सदन तक लड़ेंगे।

भोपाल में यह किसान कॉल सेंटर 1 अप्रैल से प्रारंभ होकर प्रतिदिन सुबह 11 बजे से रात्रि 6 बजे तक फ़ोन नंबर 0755-4248166 पर किसानों की समस्याओं के समाधान के लिये उनकी शिकायतें दर्ज करने का कार्य करेगा।
इस कॉल सेंटर की समय-समय पर निगरानी मैं स्वयं भी करूँगा। हम किसानों की समस्याओं के समाधान के लिये गंभीरता पूर्वक प्रयास कर प्रदेश के किसानों की ख़ुशहाली सुनिश्चित करने का सार्थक प्रयास करेंगे।