नई दिल्ली : सदन से लेकर सड़कों तक कृषि विधेयकों का विरोध देखने को मिल रहा है. इसे लेकर NDA का सहयोगी दल खुद भी सरकार के विरोध में है और इसे लेकर केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर इस्तीफा भी दे चुकी है. कृषि बिल को लेकर अब अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल और मंजिंदर सिंह सिरसा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाक़ात की. वहीं उनके साथ ही नरेश गुजराल सहित अन्य नेता भी मौजूद थे.
सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाक़ात करने के बाद सुखबीर सिंन्ह बादल ने कहा कि, ‘राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाक़ात कर उन्हें इस विवादास्पद बिल को स्वीकार न करने के लिए कहा गया है. बिल को चयन समिति के पास भेजा जाना चाहिए. विपक्ष की बात को भी राज्यसभा में सुनी जानी चाहिए. हम लगातार कह रहे हैं कि ये बिल किसान विरोधी है. आप किसानों की प्रतिक्रिया देख सकते हो.’
भारतीय किसान यूनियन भी कृषि बिल के विरोध में…
दूसरी ओर किसने भी इस मुद्दे को लेकर मोदी सरकार के ख़िलाफ़ हमलावर हो रहे हैं. अब देशभर के किसान इस बिल के ख़िलाफ़ सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने वाले हैं. उत्तर प्रदेश में सोमवार को सभी जिला मुख्यालयों पर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) द्वारा जोरदार प्रदर्शन किया गया. मुजफ्फरनगर भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने इस दौरान कहा कि 25 सितंबर को देशभर के किसान इस बिल को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन करेंगे.