किसान आंदोलन: कृषि मंत्री ने कहा- आज जो किसान मिले, उन्होंने तीनों कृषि कानूनों का समर्थन किया

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नई दिल्ली। मंगलवार को केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि, कई जगह किसान भ्रम फैला रहे हैं इसलिए इनके मन में भी भ्रम था। वे कानूनों का समर्थन करते हैं और अपने जिला स्थानों में जाकर दूसरे किसानों को इनके फायदे बताएंगे। किसी को गुमराह होने की जरुरत नहीं है। हम क़ानूनों में कोई संशोधन नहीं चाहते हैं।

साथ ही केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि, आज यूपी से आए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय और प्रादेशिक पदाधिकारी से बातचीत की। उन्होंने तीनों कृषि सुधार क़ानूनों का समर्थन किया है। उन्होंने आगे कहा कि, हम क़ानूनों और सरकार के साथ हैं कृषि सुधार क़ानूनों की जरुरत काफी लंबे समय से थी। आज जो किसान मुझसे मिले, उन्होंने तीनों कृषि कानूनों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि, वे बिल और सरकार के साथ हैं। चूंकि कुछ किसान गलत धारणा फैला रहे हैं इसलिए उन्हें भी गुमराह किया गया। जब मैंने उनसे बात की तो उन्होंने बिलों का स्पष्ट समर्थन किया।

दूसरी ओर, यूपी के मुजफ्फरनगर के खाप चौधरी भी किसानों के समर्थन में उतरे हैं। सोमवार को शाहपुर में आयोजित सर्वखाप पंचायत में केंद्र सरकार से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की गई। साथ ही 17 दिसंबर को किसान आंदोलन में अधिक से अधिक संख्या में कूच करने का निर्णय लिया गया। किसानों से मतभेद भुला कर आंदोलन में भाग लेने का आह्वान किया गया।