टिकैत के आंसुओं से फिर खड़ा हुआ किसान आंदोलन, दी थी आत्महत्या की धमकी

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नई दिल्ली। शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को संबोधित किया। साथ ही टिकैत ने मंच से कहा कि, 40 सेकंड में हमारा आंदोलन फिर से शुरू हो गया। उन्होंने कहा कि, कल (गुरुवार) दंगे से भी खतरनाक स्थिति थी। मैंने कभी बीजेपी को वोट दिया था। बीजेपी के ही लोगों ने आंदोलन में किसानों की मदद की। टिकैत ने कहा कि, हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण जारी रहेगा।

बता दें कि गुरुवार को गाजीपुर बॉर्डर पर काफी ड्रामा देखने को मिला। गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के बाद कल यहां पर भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई थी। RAF, वज्र वाहन भी तैनात किए गए थे और प्रदर्शनकारी किसानों को ले जाने के लिए बसें भी लाई गईं थीं। इतना ही सही साथ ही बॉर्डर से किसानों के टेंट भी हटाने शुरू कर दिए गए थे, जिसके बाद ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन का अंत हो गया, लेकिन कुछ ही पलों में पूरी तस्वीर पलट गई।

वहीं गणतंत्र दिवस हिंसा के बाद किसान आंदोलन के कमजोर पड़ने की बात की जाने लगी थी, लेकिन राकेश टिकैत के आंसू ने आंदोलन में जान फूंक दी। आपको बता दे कि, गुरुवार शाम को राकेश टिकैत मीडिया से बात करते हुए आंसू भर गए थे। साथ ही उन्होंने आत्महत्या की धमकी तक दी थी। राकेश टिकैत ने कहा कि अगर कृषि कानून वापस नहीं हुए तो मैं आत्महत्या कर लूंगा। जिसके बाद इन शब्दों को सुनकर किसानों में जोश ला दिए और पश्चिमी यूपी के किसान एक बार फिर गाजीपुर बॉर्डर पर जुटने लगे। जिसके बाद आज ही राकेश टिकैत ने कहा कि 40 सेकंड में आंदोलन एक बार फिर शुरू हो गया।

राकेश टिकैत यहां 40 सेकंड का जिक्र कर रहे हैं जब वो भावुक हुए थे। यही वो 40 सेकंड रहे जिससे किसान आंदोलन एक बार फिर खड़ा हो गया।