किसान आंदोलन: राहुल गांधी बोले- कानून रद्द होने तक घर वापस नहीं जाएगा किसान

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कृषि कानून के मसले में एक बार फिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार को जमकर घेरा है। हाल ही में राहुल गांधी ने राष्ट्रपति से मुलाकात कर इन मसलों को उठाया है। बता दे, इस दौरान राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि मोदी सरकार के खिलाफ बोलता है, ये उन्हें आतंकी बताना शुरू कर देते हैं। अगर कल को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत खिलाफ हो जाएंगे, तो उन्हें भी आतंकी बता दिया जाएगा। इस तरह की बातें बताते हुए राहुल गांधी ने सरकार पर आरोप लगाए है।

वहीं किसान आंदोलन में खालिस्तानी समर्थकों का भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा लगाए गए इस आंदोलन में हाथ होने के आरोप लगते हुए राहुल कि बीजेपी, नरेंद्र मोदी जी का एक ही लक्ष्य है और वो किसान-मजदूर समझ गया है। उनका लक्ष्य अपने अमीर दोस्तों को फायदा पहुंचाना है, जो भी नरेंद्र मोदी के खिलाफ खड़े होते हैं वो उनके बारे में कुछ ना कुछ गलत बोलते रहते हैं। किसान खड़े हो जाएंगे तो उसे आतंकवादी बोलेंगे, मजदूर खड़े हो जाएंगे तो उन्हें आतंकवादी बोलेंगे और एक दिन अगर मोहन भागवत खड़े हो जाएंगे तो कहेंगे ये भी आतंकवादी हैं।

जो भी नरेंद्र मोदी जी से सवाल पूछने की कोशिश करेगा वो आतंकवादी है और नरेंद्र मोदी सिर्फ अपने दो-तीन लोगों के लिए काम कर रहे हैं जिनको वो पूरा हिंदुस्तान पकड़ा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, राहुल गांधी ने गुरुवार को राष्ट्रपति से मुलाकात कर उन्हें कृषि कानून के खिलाफ ज्ञापन सौंपा है। वहीं उन्होंने इस किसान आंदोलन को लेकर कहा कि देश का किसान तबतक पीछे नहीं हटेगा, जबतक तीनों कृषि कानून वापस नहीं होंगे। आज किसानों को पता है कि ये कानून उनके लिए नहीं हैं, ऐसे में कांग्रेस पार्टी किसानों की लड़ाई में उनके साथ है। केंद्र सरकार को तुरंत संसद का सत्र बुलाकर तीनों कानूनों को रद्द करना चाहिए।