नई दिल्ली। शुक्रवार को किसान आंदोलन के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने उन लोगों को नसीहत दी, जो राजनीतिक नेताओं और कार्यकर्ताओं के घरों में जबरन घुसने का प्रयास कर रहे हैं। सीएम सिंह ने कहा कि ऐसा कार्य ‘पंजाबियत’ की भावना के खिलाफ है और इसे कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा।
साथ ही ऐसे कार्य की कड़ी निंदा करते हुए सीएम ने प्रदर्शनकारियों से अपील की है कि, वे ऐसे कार्यों के माध्यम से किसी भी राजनीतिक दल के पदाधिकारियों के परिवारों को कोई भी तकलीफ न दें। यह लोगों की गोपनीयता पर प्रहार है, जो शांतिपूर्ण आंदोलन का नाम खराब करेगा और प्रदर्शन के उद्देश्य को नाकाम कर देगा।
मुख्यमंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा कि, किसानों को अपनी लड़ाई में कानून को हाथ में नही लेना चाहिए। सीएम सिंह ने कहा कि, “महीनों तक संयम रखने और इस दौरान पंजाब और साथ ही दिल्ली सीमाओं पर हिंसा या अराजकता न फैलाने के बाद, कुछ प्रदर्शनकारी किसान अपना धैर्य खो रहे हैं।”
सीएम सिंह ने चेतावनी दी कि, राजनीतिक पदाधिकारियों के घर जबरन प्रवेश या पिकेट हाउस में घुसने के प्रयास से विभिन्न जातियों, धर्मों और समुदायों आदि के लोगों के बीच शांती भंग हो सकती है। यह पंजाब की एकता के विपरीत है। उन्होंने आगे कहा कि, “राजनीति की अपनी जगह है, लेकिन हमें पंजाबियत की भावना को भी जीवित रखना चाहिए।”