नई दिल्ली। राजधानी की बॉर्डरों में जारी कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को आज 32 दिन पूरे हो चुके है। लेकिन अभी तक कोई नतीजा निकलता दिखाई नहीं दे रहा है। इसी कड़ी में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आज शाम 6:00 बजे दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर जाएंगे। वह शहीदी सप्ताह के मद्देनजर आयोजित कीर्तन दरबार में शामिल होंगे। बता दे कि, सीएम इससे पहले भी प्रदर्शनकारी किसानों से बातचीत कर चुके है।
वही दिल्ली-हरियाणा सीमा पर प्रदर्शनकारी किसानों ने 27 और 28 दिसंबर को गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों साहिबजादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह का शहीदी दिवस मनाने की घोषणा की है। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत पंजाब से आए किसानों ने यहां कीर्तन दरबार और लंगर की व्यवस्था की है।
दिल्ली सीएम कार्यालय ने इसकी आधिकारिक जानकारी देते हुए कहा कि, सीएम अरविंद केजरीवाल शाम 6 बजे सिंघु बॉर्डर पर आयोजित किए जा रहे कीर्तन दरबार में शामिल होंगे। इस दौरान वह आंदोलनकारी किसानों से भी मुलाकात करेंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 14 दिसंबर को किसानों के समर्थन में एक दिन का उपवास भी रखा था।
Delhi CM @ArvindKejriwal to visit Singhu Border today at 6 pm.#KejriwalKisanDeNaal pic.twitter.com/dhYUMq7o6o
— AAP (@AamAadmiParty) December 27, 2020
वही मुख्यमंत्री के अनुसार किसान और जवान किसी भी देश की नींव होते हैं और अगर किसी देश के किसान और जवान संकट में हो तो वह देश कैसे तरक्की कर सकता। जिस किसान को खेतों में होना चाहिए वह इतनी कड़कती ठंड में सड़कों पर बैठा है। बता दे कि, सीएम केजरीवाल की अपील पर ही दिल्ली सरकार के सभी मंत्रियों, आम आदमी पार्टी के विधायकों, पार्षदों एवं सैकड़ों अन्य कार्यकतार्ओं ने पार्टी मुख्यालय पर सामूहिक उपवास में बैठकर किसानों के प्रति अपना समर्थन जताया था। यह दूसरा अवसर है जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सिंघु बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसानों के बीच जा रहे हैं।